वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से चौथी बार आज मंगलवार को कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को उम्मीद थी कि यह वायरस 21 दिनों में कंट्रोल हो जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लॉक डाउन को 60 दिन हो चुके हैं और संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। अब भारत उन देशों में शामिल हो गया है, जहां पर कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि लॉक डाउन के चार चरणों में वे नतीजे नहीं मिले जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उम्मीद की थी। ऐसे में अब हम सब पूछना चाहते हैं कि सरकार आगे क्या करेगी। क्योंकि लॉक डाउन तो पूरी तरह से फेल हो गया है।
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— Congress (@INCIndia) May 26, 2020
केंद्र सरकार के 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज को लेकर कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी ने जो पैकेज ऐलान किया है, उससे कुछ नहीं होने वाला। सरकार में जो लोग बैठे हैं, उनको डर है कि गरीबों को यदि ज्यादा पैसे दिए गए तो बाहर के देशों में गलत संदेश जाएगा। भारत की शक्ति यह गरीब हैं। सरकार को बाहर की चिंता नहीं करनी चाहिए।
राहुल गांधी ने यूपी सरकार द्वारा मजदूरों को लेकर लिए गए फैसले पर कहा की “मजदूर किसी की निजी संपत्ति नहीं है, वह कहीं भी जाकर काम कर सकते हैं। कोई किसी को रोक नहीं सकता।” मालूम हो यूपी सरकार माइग्रेशन कमीशन गठित करने वाली है। जिसके तहत मजदूरों की सुरक्षा, बीमा और उनका विशेष ध्यान रखना होगा। यदि कोई अन्य राज्य यूपी से श्रमिकों को बुलाता है तो उसे पहले यूपी सरकार से परमिशन लेनी होगी।
राहुल गांधी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से बात करते हुए बोले कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, वहां पर हम गरीबों को पैसा, खाना दे रहे हैं। हमें पता है कि आगे क्या करना है। लेकिन राज्य कब तक अकेले यह लड़ाई लड़ेंगे। केंद्र सरकार को आगे आना होगा और रणनीति के बारे में देश को बताना होगा।