भारत में जब भी कोई बड़ी योजना या डील होती है जिसमे करोड़ों का खर्च होता हो उसपर सवाल न उठे या घोटाला न हो ऐसा बहुत काम ही होता है। कांग्रेस की सरकार में सुरक्षा क्षेत्र में ऑगस्टा हेलिकॉप्टर डील हुई थी। जिसमे बड़ा घोटाला हुआ था और अब राफेल में भी घोटाला होने की बात एक बार फिर उठ रही है।
भारत और फ़्रांस के बीच 36 राफेल के लिए 60 हजार करोड़ रूपए की डील हुई है। इसको लेकर कोन्ग्रेस्स ने सवाल उठाये और सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई जिसके बाअद 2018 में कोर्ट ने सरकार को क्लीन चिट दे दी।
लेकिन फ़्रांस की एक मिडिया की रिपोर्ट के बाद एक बार फिर राफेल डील में घोटाले की बात उठी है। इसमें दावा किया गया है कि राफेल बनाने वाली डसाल्ट ने एक बिचौलिये को 10 लाख यूरो (86711630.37 रूपए) दिए है।
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बड़ी बात ये है कि इसमें जिस बिचौलिये का नाम सामने आया है उसका नाम ऑगस्टा घोटाले में भी आया था और उस मामले को लेकर अभी जाँच चल रही है।