ग्रामीण नौनिहालों को शिक्षित करने व संस्कारित करने के लिए शासन व शिक्षा विभाग द्वारा करोड़ो रूपये पानी की तरह बहाया जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद जिनके कंधों पर ये जिम्मेदारी है। उनके द्वारा किये जा रहे कार्य सरकार की इस मंशा पर पानी फेर रहे है।
ताजा मामला आज रायबरेली के हरचंदपुर विकासखंड के फरीदपुर में संचालित कंपोजिट विद्यालय में देखने को मिला। जब वंहा तैनात प्रभारी इंचार्ज कुसुम जैन व सहायक अध्यापिका सरला त्रिपाठी के बीच पहले तो तू तू मैं मैं हुई फिर मारपीट हो गई।
मौके पीकर मौजूद छात्राएं इसे देख सकते में पड़ गए। इसी बीच ग्रामीण भी वंहा जमा हो गए और आखिरकार पुलिस भी वंहा पहुच गई। मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को मिलते ही उनके हाथ पांव फयल गाए और उन्होंने मौके पर पहुच कर दोनों के बीच समझौता करा कर लीपापोती शुरू कर दी।
जानकारी के अनुसार जिले के हरचंदपुर विकासखंड के फरीदपुर गांव में शिक्षा विभाग द्वारा संचालित कंपोजिट विद्यालय में आज तीसरी कक्षा के बच्चों को बुलाया गया था। लेकिन मौके पर चौथी के बच्चे भी पहुच गए। चौथी के बच्चों को घर वापसी को लेकर प्रभारी इंचार्ज कुसुम जैन व सहायक अध्यापिका सरला त्रिपाठी में कहा सुनी होने लगी।
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मामला इतना बढ़ गया कि दोनों हाथपाई करने लगे। शिक्षा के मंदिर में ये सब होते देख बच्चे दहशत में आ गए। इसी बीच शोर शराबा सुनकर ग्रामीण भी वंहा जमा हो गए। किसी ने मामले की सूचना पुलिस को दी। विद्यालय में खाकी के पहुचते ही खलबली मच गई। इसी बीच विभागीय खण्ड शिक्षा अधिकारी भी मौके पर पहुच गए और उन्होंने दोनों को समझा बुझाकर समझौता कराया। वहीं मीडिया के सवालों पर जांच की बात कही। मौके पर जमा ग्रामीणो में इस घटना को लेकर रोष है।