हर वर्ष ठंड में दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में भारी प्रदूषण दर्ज किया जाता है और इसका एक बड़ा कारण होता है पंजाब और हरियाणा के किसानों द्वारा पराली जलाना। अब ठंड आने को है और पंजाब में किसानों द्वारा पराली जलाना शुरू हो गया है।
सरकार ने नहीं दिए पैसे
बात करने पर अमृतसर के एक किसान बलबीर सिंह ने बताया कि ‘पराली जलाना हमारी मजबूरी हैं। हमने सरकार से पिछले साल ₹6000 की मांग की थी। फिर सरकार ने ₹2500 की मांग मानी। लोगों ने इसके लिए फॉर्म भरे पर पैसा किसी को नहीं मिला।
पंजाब: अमृतसर में किसानों ने अपने खेतों में पराली जलाई। एक किसान बलबीर सिंह ने बताया, "पराली जलाना हमारी मजबूरी है। हमने सरकार से पिछले साल 6,000 रुपये की मांग की थी, फिर सरकार ने 2,500 रुपये की मांग मानी। लोगों ने फॉर्म भरे वो भी किसी को नहीं दिए।" pic.twitter.com/Pk0HeWNADg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 6, 2020
इस मामले पर कुछ दिनों पहले ही केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि पंजाब, हरियाणा में जब पराली जलाई जाती है तो प्रदूषण की स्थिति बिगड़ती हैं। इसको लेकर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के साथ जल्द ही मंत्री स्तर की बैठक करेंगे।
खैर जो भी हो सरकार को जल्द ही किसानों की समस्या का समाधान करना होगा। जिससे कि वह पराली जलाने से बचें और ठंड में प्रदूषण के स्तर में पिछली बार की तरह इस बार बढ़ोतरी ना हो। अन्यथा दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो जाएगा।