पीएम मोदी ने कोरोनावायरस, अर्थव्यवस्था, आत्मनिर्भर भारत सहित कई मुद्दों पर की  बात

pm modi addressed country
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आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने आत्मनिर्भर भारत, कोरोनावायरस, अर्थव्यवस्था सहित कई मुद्दों पर बात की. पीएम मोदी ने तेलंगाना के लोगों को उनके राज्य दिवस पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह राज्य भारत के विकास पथ में बहुमूल्य योगदान दे रहा है। मैं तेलंगाना के लोगों की प्रगति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करता हूं। इसके साथ ही सीआईआई के 125 साल सफलतापूर्वक पूर्ण होने पर पीएम ने बधाई दी।

आत्मनिर्भर बनाने के लिए पांच चीजों की आवश्यकता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को फिर से तेज विकास के पथ पर लाने के लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए पांच चीजें बहुत जरूरी हैं। इरादा, समावेश, निवेश, इंफ्रास्ट्रक्चर और नवीनता। हाल में जो बोल्ड फैसले लिए गए हैं, उसमें भी आपको इन सभी की झलक मिल जाएगी। अगर 3 महीने पहले की बात करें तो देश में एक भी  पीपीई किट नहीं थी। लेकिन आज 300000 पीपीई किट प्रतिदिन बन रही है।

कोरोनावायरस  से स्पीड हुई स्लो

कोरोनावायरस  ने हमारी स्पीड जितनी भी धीमी की हो, लेकिन आज देश की सबसे बड़ी सच्चाई यही है कि भारत  लॉक डाउन को पीछे छोड़कर अनलॉक के  फेस वन में प्रवेश कर चुका है। अनलॉक फेस वन में इकोनामी का बहुत बड़ा हिस्सा खुल चुका है। आज यह सब इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि जब दुनिया में कोरोनावायरस पैर फैला रहा था तो भारत ने सही समय पर सही तरीके से सही कदम उठाया। दुनिया के तमाम देशों से तुलना करें तो आज हमें पता चलता है कि भारत में  लॉक डाउन का कितना व्यापक प्रभाव रहा है।

बल्कि मैं तो गेटिंग ग्रोथ  बैक से आगे बढ़कर यह भी कहूंगा कि हां हम जरूर अपने ग्रोथ वापस पाएंगे। आप लोगों में से कुछ लोग सोच सकते हैं कि संकट की इस घड़ी में मैं इतने आत्मविश्वास से यह कैसे बोल सकता हूं। मेरे इस आत्मविश्वास के कई कारण हैं।

कोरोना के संकट में जब किसी देश के लिए दूसरे की मदद करना मुश्किल हो रहा था. हर कोई अपने को संभालने में लगा था। ऐसे संकट के समय में भारत ने 150 से अधिक देशों को मेडिकल सप्लाई भेजकर उनके लिए मानवीय मदद का काम किया है।

लॉक डाउन में सभी को मिली सहायता

प्रधानमंत्री  गरीब कल्याण योजना ने गरीबों को तुरंत लाभ देने में बहुत मदद की है। इस योजना के तहत 74  करोड़ लाभार्थियों के घर तक राशन पहुंचाया जा चुका है। प्रवासी श्रमिकों के लिए भी फ्री राशन पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा अभी तक गरीब परिवारों को 53000  करोड़ रुपए से ज्यादा की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। महिलाएं, दिव्यांग, बुजुर्ग हो या श्रमिक हो हर किसी को इससे लाभ मिला है। इतना ही नहीं प्राइवेट सेक्टर के 5000000 कर्मचारियों के खातों में 24 % ईपीएफ का योगदान सरकार ने दिया है। इनके खाते में करीब 800 करोड़ रुपए जमा करवाए गए हैं।

एमएसएमईएस  की परिभाषा स्पष्ट करने की मांग लंबे समय से उद्योग जगत कर रहा था, वह पूरी हो चुकी है। इससे एमएसएमईएस बिना किसी चिंता के ग्रोथ कर पाएंगे और उनको एमएसएमईएस का स्टेट्स बनाए रखने के लिए दूसरे रास्तों पर चलने की जरूरत जरूरत नहीं होगी।

एपीएमसी एक्ट में बदलाव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया सरकार आज ऐसी पॉलिसी रिफॉर्म भी कर रही है। जिनकी देश ने उम्मीद भी छोड़ दी थी।अगर मैं  कृषि सेक्टर की बात करूं तो हमारे यहां आजादी के बाद जो नियम-कायदे बने उसमें किसानों को बिचौलियों के हाथों में छोड़ दिया गया था। एपीएमसी एक्ट में बदलाव के बाद अब किसान जिसे चाहे उसे अपनी फसल बेच सकता है।

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