उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) तथा भारतीय राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के विरोध प्रदर्शन के दौरान सरकारी सम्पत्तियों को नुक्सान पहुंचाने वालों की संपत्ति ज़ब्त करने का आदेश जारी किया था। मुख्यमंत्री योगी के इस आदेश पर इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) ने अस्थाई रूप से रोक लगा दी है। हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री योगी पर बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया है।
प्रसपा नेता अमित जानी ने किया अखिलेश यादव का समर्थन
सपा नेता अखिलेश यादव ने अपने ट्वीट में कहा है कि “‘बदला-बाबा’ अब क्या करेंगे? अब इस फैसले का बदला किससे लेंगे??” इसी ट्वीट ने उन्होंने आगे कहा कि “मुखिया हैं तो क़ायदे-क़ानून का इल्म भी होना चाहिए और इंसाफ़ की नियत और निगाह भी. ये पद ज़िम्मेदारी का है प्रतिशोध की ज़हरीली भाषा बोलने का नहीं”। साथ ही इस ट्वीट में उन्होंने एक स्क्रीन शॉट भी शेयर किया है जिसमे सीएए के दौरान हुई हिंसा के बाद मुख्यमंत्री के संपत्ति ज़ब्त करने के आदेश पर हाईकोर्ट के रोक लगाने का ज़िक्र किया गया है।
‘बदला-बाबा’ अब क्या करेंगे? अब इस फैसले का बदला किससे लेंगे??
मुखिया हैं तो क़ायदे-क़ानून का इल्म भी होना चाहिए और इंसाफ़ की नियत और निगाह भी. ये पद ज़िम्मेदारी का है प्रतिशोध की ज़हरीली भाषा बोलने का नहीं. pic.twitter.com/eJNoF2O9cO
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 17, 2020
कानपुर सिटी के एडीएम मोहम्मद फैजान ने सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाने के मामले में मुख्यमंत्री द्वारा उपद्रवियों की संपत्ति ज़ब्त किये जाने के आदेश को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस पंकज नकवी तथा जस्टिस एसएस शमशेरी ने मुख्यमंत्री योगी के आदेश पर रोक लगा दिया था।