उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री तथा बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का समर्थन करने पर विधायक (MLA) को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दमोह की पथरिया सीट से रमाबाई परिहार बसपा की विधायक हैं। विधायक रमाबाई परिहार को केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए सीएए का समर्थन करना महगा पड़ गया और मायावती ने उनको पार्टी से निलंबित कर दिया।
हैदराबाद कांड को लेकर, बसपा सुप्रीमो मायावती ने किया ट्वीट
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा कि “BSP अनुशासित पार्टी है व इसे तोड़ने पर पार्टी के MP/MLA आदि के विरूद्ध भी तुरन्त कार्रवाई की जाती है। इसी क्रम में MP में पथेरिया से BSP MLA रमाबाई परिहार द्वारा CAA का समर्थन करने पर उनको पार्टी से निलम्बित कर दिया है। उनपर पार्टी कार्यक्रम में भाग लेने पर भी रोक लगा दी गई है”। एक अन्य ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि “जबकि BSP ने सबसे पहले इसे विभाजनकारी व असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया, संसद में भी इसके विरूद्ध वोट दिया तथा इसकी वापसी को भी लेकर मा राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया। फिर भी विधायक परिहार ने CAA का समर्थन किया। पहले भी उन्हें कई बार पार्टी लाइन पर चलने की चेतवानी दी गई थी”।
2. जबकि BSP ने सबसे पहले इसे विभाजनकारी व असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया, संसद में भी इसके विरूद्ध वोट दिया तथा इसकी वापसी को भी लेकर मा राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया। फिर भी विधायक परिहार ने CAA का समर्थन किया। पहले भी उन्हें कई बार पार्टी लाइन पर चलने की चेतवानी दी गई थी।
— Mayawati (@Mayawati) December 29, 2019
पार्टी ने निष्कासित किये जाने के बाद विधायक रमाबाई परिहार ने कहा कि “जो सही था वो मैंने कहा, वो (मायावती) पार्टी अध्यक्ष हैं, कुछ भी कर सकती हैं। मैं उनसे मिलूंगी, उन्हें गलत लगा तो उनसे माफी मांगूंगी। मैं BSP में थी, हूं और रहूंगी”। इससे पहले विधायक ने दमोह में सीएए का समर्थन किया था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह तथा केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल को इस कानून के लिए धन्यवाद दिया था। साथ ही रमाबाई परिहार ने कहा था कि “बहुत पहले ही इस कानून को आ जाना चाहिए था”।