उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की पुलिस को रविवार को एक बड़ी कामयाबी मिली है। अंसल ग्रुप के मालिक और सुशील अंसल के पुत्र प्रणव अंसल को दिल्ली एयरपोर्ट पर डिटेन कर लिया गया। उनपर धोखाधड़ी के लगभग 2 दर्जन से ज़यादा मुक़दमे दर्ज हैं। लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने लुकऑऊट नोटिस जारी करवाया था जिसके बाद यह कार्यवाही की गई। बताया जा रहा है कि प्रणव गुपचुप लन्दन भागने की फिराक में थे जिसकी आशंका एसएसपी कलानिधि नैथानी को थी। इसी के चलते उन्होंने लुकआउट नोटिस जारी करवाया था और इसकी जानकारी प्रणव अंसल को नहीं थी।
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— AwazeUttarPradesh (@AwazeUp) September 29, 2019
प्रणव अंसल ने आज AI 161 फ़्लैट से लोगों का पैसा हड़प कर लन्दन भागने की योजना बनाई थी। गोमती नगर के विभूति खंड थाने में प्रणव अंसल के खिलाफ धाराओं 406, 420, 467, 468, 471, 504, 506 के तहत लगभग 25 मुक़दमे दर्ज हैं। उसने गरीबों और फौजियों का भी पैसा हड़प किया हुआ है।
बढ़ीं अंसल की दिक्कतें, एसपी उत्तरी करेंगे कार्यवाही
ये है अंसल ग्रुप का काला चिट्ठा
- अंसल ग्रुप के नाम ज़मीन ना होने पर भी ग्राहकों को प्लाट का एलाटमेंट कर दिया जाता है लेकिन रजिस्ट्री नहीं की जाती है और भुगतान करवा लिया जाता है। ग्राहक को धोखाधड़ी का पता चलने के बाद पैसे मांगने पर टाल मटोल की जाती है और धमकाया भी जाता है। कुछ ग्राहकों के खिलाफ अपने कर्मचारियों द्वारा रिपोर्ट भी लिखवाई गई है।
- ग्राहक द्वारा अधिक दबाव बनाने पर दूसरे ग्राहक को कूटरचित नक्शा दिखा कर स्थानांतरित कर दिया जाता है और उससे पैसे लेकर पहले ग्राहक को लागत दे दी जाती है और बाकी रख लिया जाता है। इसी प्रकार दूसरे ग्राहक को धोखाधड़ी का पता चलने पर तीसरे ग्राहक को स्थानांतरित कर दिया जाता है।
- अंसल ग्रुप द्वारा जो नक़्शे दिखाए जाते हैं उनमे से कुछ ही लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा अनुमोदित हैं जो बेचे जा चुके हैं। पिछले कई वर्षो से जो नक़्शे ग्राहकों को दिखाए जा रहे हैं वह भूमि राजस्व अभिलेखों में किसानों के नाम हैं जहाँ खेती की जा रही है।