क्या देश की रक्षा के लिए सरहद पर डटा फौजी भी कभी टूट सकता है? शायद इसके लिए आपका जवाब ‘नहीं’ हो, लेकिन हमारा जवाब ‘हां’ है। आपने ठीक सुना, हां हम सबकी रक्षा के लिए सरहद पर डटा फौजी भी टूट सकता है, अगर किसी फौजी को सरेआम बेइज्जत कर दिया जाए।
अगर कीसी फौजी को थाने के अंदर सार्वजनिक रूप से लात-घूंसों से पीटा जाए। छुट्टी पर आए श्रीनगर में तैनात फौजी ने रायबरेली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है। फौजी ने थाने के सिपाही पर न सिर्फ पिटाई का आरोप लगाया है बल्कि दूसरे सिपाही पर समझौते के नाम पर 4 हजार की रिश्वत मांगने का भी आरोप लगाया है।
मीडिया के सामने रो-रो कर फौजी ने आपबीती बताई और न्याय न मिलने पर मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर आत्मदाह करने की भी बात कही है। एक जवान को थाने में इस तरह पीटना और ऊपर से रिश्वत मांगना, ये क्या सही है? जब देश की रक्षा करने वालों के साथ ऐसा व्यवहार थाने के अंदर किया जा सकता है तो आप सोच सकते है की आम लोगों के साथ पुलिस कैसा व्यवहार करती होगी।
रिपोर्ट-अभिषेक बाजपेयी