आज शुक्रवार को पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयुर्वेद दिवस के मौके पर राजस्थान और गुजरात में दो आयुर्वेद संस्थानों का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी मौजूद रहे।
World Health Organisation is establishing the WHO Global Centre on Traditional Medicine in India, to strengthen the research on traditional medicines: Prime Minister Narendra Modi on Ayurveda Day https://t.co/JMKBXP7f5C pic.twitter.com/DRELE4iz6B
— ANI (@ANI) November 13, 2020
1. पीएम ने कहा कि आयुर्वेद भारत की विरासत है और इसके विस्तार में पूरी मानवता की भलाई समाई हुई है। किस भारतीय को खुशी नहीं होगी कि हमारा पारंपरिक ज्ञान, अब अन्य देशों को भी समृद्ध कर रहा है।
2. गर्व की बात है कि WHO ने ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की स्थापना के लिए भारत को चुना है।
3. बदलते समय के साथ आज हर चीज इंटीग्रेट हो रही है। स्वास्थ्य भी इससे अलग नहीं है। इसी सोच के साथ देश आज इलाज की अलग-अलग पद्धतियों के इंटीग्रेशन के लिए एक के बाद एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। इसी सोच ने आयुष को देश की आरोग्य नीति का अहम हिस्सा बनाया है।
4. अपने देश में अब हमारे पुरातन चिकित्सीय ज्ञान-विज्ञान को 21वीं सदी के आधुनिक विज्ञान से मिली जानकारी के साथ जोड़ा जा रहा है।
5. नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन और नेशनल कमीशन फॉर होम्योपैथी। ये दोनों ऐतिहासिक आयोग इसी साल संसद के मानसून सत्र में बनाए गए हैं।
6. आज एक तरफ भारत जहां वैक्सीन की टेस्टिंग कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ कोविड से लड़ने के लिए आयुर्वेदिक रिसर्च पर भी इंटरनेशनल कोलेबोरेशन को तेज़ी से बढ़ा रहा है। देश में इस समय 100 से ज्यादा स्थानों पर रिसर्च चल रही है।