आज देश को पहली चालक रहित मेट्रो ट्रेन मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर इस मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, DMRC के मैनजिंग डायरेक्टर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हुए।
Delhi: PM Narendra Modi inaugurates India’s first driverless train on Delhi Metro’s Magenta Line & launches National Common Mobility Card on the Airport Express Line, via video conferencing. pic.twitter.com/QpDTPZ8Z3h
— ANI (@ANI) December 28, 2020
1. पीएम मोदी ने हरी झंडी दिखाकर driverless मेट्रो को रवाना किया। इसके साथ ही एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर सफर के लिए नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) सेवा की भी शुरूआत की।
2. पीएम ने कहा कि 2014 में सिर्फ 5 शहरों में मेट्रो रेल थी। आज 2020 में 18 शहरों में मेट्रो रेल की सेवा है। वर्ष 2025 तक हम इसे 25 से ज़्यादा शहरों तक विस्तार देने वाले हैं, साल 2014 में देश में सिर्फ 248 किलोमीटर मेट्रो लाइन्स आपरेशनल थीं। आज ये करीब तीन गुनी यानी सात सौ किलोमीटर से ज़्यादा है।
3. मेट्रो सर्विसेस के विस्तार के लिए, मेक इन इंडिया महत्वपूर्ण है। मेक इन इंडिया से लागत कम होती है, विदेशी मुद्रा बचती है, और देश में ही लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा रोज़गार मिलता है। रोलिंग स्टॉक के मानकीकरण से हर कोच की लागत अब 12 करोड़ से घटकर 8 करोड़ पहुंच गयी है।
4. हम ऐसे ब्रेकिंग सिस्टम का भी प्रयोग कर रहे हैं जिनमें ब्रेक लगाने पर 50 प्रतिशत उर्जा वापस ग्रिड में चली जाती है। आज मेट्रो रेल में 130 मेगावाट सोलर पावर का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसे बढ़ाकर 600 मेगावाट तक ले जाने का इरादा है।