प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम पर वेबिनार में प्रधानमंत्री आज शामिल हुए। उन्होंने कहा कि निर्माण की बढ़ती क्षमताएं देश में रोज़गार के निर्माण को बढ़ाती हैं, भारत इसी अप्रोच के साथ तेज़ी से काम करना चाहता है। इस सेक्टर में हमारी सरकार निर्माण को बढ़ावा देने के लिए एक के बाद एक सुधार कर रही है।
हमारी सरकार मानती है कि हर चीज़ में सरकार का दखल समाधान के बजाय समस्याएं ज़्यादा पैदा करता है। इसलिए हम सेल्फ रेगुलेशन पर जोर दे रहे हैं। इस वर्ष हमारा इरादा केंद्र और राज्य स्तर के 6,000 से ज़्यादा अनुपालन को कम करने का है।
इस वर्ष के बजट में PLI स्कीम से जुड़ी योजनाओं के लिए करीब 2 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उत्पादन का औसतन 5% इंसेंटिव के रूप में दिया गया है। सिर्फ पीएलआई स्कीम के द्वारा ही आने वाले पांच सालों में लगभग 520 बिलियन डॉलर का उत्पादन भारत में होने का अनुमान है।
गर्मियों को देखते हुए किसानों की तैयारी, पंखे, फ्रिज सहित की गयी इन चीजों की व्यवस्था
भारत में आज जो विमान वैक्सीन की लाखों डोज लेकर दुनियाभर में जा रहे हैं, वो खाली नहीं आ रहे हैं। वो अपने साथ भारत के प्रति भरोसा, भारत के प्रति आत्मीयता, स्नेह, आशीर्वाद और एक भावात्मक लगाव लेकर आ रहे है।