बांग्लादेश के ओराकांडी में मतुआ समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसने सोचा था कि भारत का प्रधानमंत्री कभी ओराकांडी आएगा। मैं आज वैसा ही महसूस कर रहा हूं, जो भारत में रहने वाले मतुआ संप्रदाय के मेरे हज़ारों-लाखों भाई-बहन ओराकांडी आकर महसूस करते हैं।
इस दिन की प्रतीक्षा मुझे कई वर्षों से थी, 2015 में जब मैं प्रधानमंत्री के तौर पर पहली बार बांग्लादेश आया था तभी मैंने यहां आने की इच्छा प्रकट की थी। मेरी वो इच्छा आज पूरी हुई है।
Both India, Bangladesh want to see peace, stability and love in entire world: PM Modi
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— ANI Digital (@ani_digital) March 27, 2021
पश्चिम बंगाल में ठाकुरनगर में जब मैं गया था, तो वहां मेरे मतुआ भाइयों-बहनों ने मुझे परिवार के सदस्य की तरह प्यार दिया था। विशेष तौर पर बोडो मां का अपनत्व, मां की तरह उनका आशीर्वाद, मेरे जीवन के अनमोल पल रहे हैं।
मैं बांग्लादेश के राष्ट्रीय पर्व पर भारत के 130 करोड़ भाइयों-बहनों की तरफ से आपके लिए प्रेम और शुभकामनाएं लाया हूं। आप सभी को बांग्लादेश की आज़ादी के 50 साल पूरे होने पर ढेरों बधाई।
भारत और बांग्लादेश दोनों ही देश अपनी प्रगति से पूरे विश्व की प्रगति देखना चाहते हैं। दोनों ही देश दुनिया में अस्थिरता, आतंक और अशांति की जगह स्थिरता, प्रेम और शांति चाहते हैं।
आज भारत और बांग्लादेश के सामने जिस तरह की समान चुनौतियां हैं, उनके समाधान के लिए हरिचंद देव जी की प्रेरणा बहुत अहम है। दोनों देशों का साथ मिलकर हर चुनौती का मुकाबला करना जरूरी है।
आज भारत और बांग्लादेश दोनों देश कोरोना का मजबूती से मुकाबला कर रहे हैं। मेड इन इंडिया वैक्सीन बांग्लादेश के नागरिकों तक भी पहुंचे, भारत इसे अपना कर्तव्य समझ के कर रहा है।
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ओराकांडी में भारत सरकार लड़कियों के मिडिल स्कूल को अपग्रेड करेगी और भारत सरकार द्वारा यहां एक प्राइमरी स्कूल भी स्थापित किया जाएगा। ये भारत के करोड़ों लोगों की तरफ से हरिचंद ठाकुर जी को श्रद्धांजलि है।