कल संसद में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने Budget 2021-22 पेश किया। जिसमें कई चीजों की कीमत बढ़ी है तो कई की घटी भी है। अब इसपर विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया सामने आने लगी है।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि लॉकडाउन में उद्योग, कारखाने, दुकाने बंद हुए सिर्फ किसान घर नहीं बैठा। किसानों ने अनाज पैदा कर इस देश को मजबूत रखा। जिससे आज हमारे गोदाम अनाज से भरे हुए हैं। उन किसानों के लिए सरकार ने इस बजट में कुछ नहीं किया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बजट काफी निराशाजनक था। सरकारी बैंक, बंदरगाह, बीमा कंपनी, गोदामों को सरकार निजी कंपनियों के हाथ में बेचने की तैयारी में है। किसान, बेरोज़गार, नौकरीपेशा और मध्यमवर्ग के लिए कुछ नहीं है। पेट्रोल और डीजल में सेस लगेगा तो कृषि में बोझ बढ़ेगा।
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इस बजट का सार है ‘धोखा’। यह धोखेबाज बजट है। केंद्र सरकार ने रक्षा बजट नहीं बढ़ाया। जिस प्रकार से राजकोषीय और वित्तीय घाटा लगभग 9.5-10% तक पहुंच गया है, यह निवेशक और अर्थव्यवस्था के लिए खतरे की बड़ी घंटी है।