बता दें की पुष्पेंद्र यादव द्वारा वसूली न देने पर मोठा थाने प्रभारी धर्मेंद्र सिंह ने गोली मर कर मामले को एनकाउंटर का रूप दे दिया। इतना ही नहीं जिस बाइक से पुष्पेंद्र को भागते देखा गया। उस बाइक के मालिक को भी फरार घोषित कर दिया जबकि असल मामला यह है की बाइक मालिक दिल्ली मेट्रो में तैनात सीआईएसएफ जवान रविंद्र की है। जो की इस समय ड्यूटी कर रहा है।
पुष्पेंद्र यादव एनकाउंटर में अपनी सफाई पेश करती झांसी पुलिस
समाजवादी पार्टी ने पुष्पेंद्र यादव की हत्या पर ट्वीट करते हुए कहा की पुलिस ने पुष्पेंद्र यादव का जबरन अंतिम संस्कार कर दिया है की हत्याआरोपियों को बचाने के लिए वो किसी भी हद तक जा सकती है! समाजवादी पार्टी की माँग है कि आरोपी एसओ पर 302 का केस दर्ज किया जाए। उसकी सीडीआर निकलवा हाई कोर्ट के माननीय सिटिंग जज से जाँच कराई जाये। इस पर झाँसी पुलिस ने सफाई देते हुए कहा की पुष्पेन्द्र प्रकरण में भ्रामक खबर/ अफवाह न फैलायें। अन्यथा अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जायेगी।
फर्जी एनकाउंटर मामले में फूके गए मोदी योगी के पुतले
मृतक पुष्पेन्द्र द्वारा अवैध परिवहन के प्रकरण में पकड़े गये वाहनों का विवरण pic.twitter.com/X5sEAD2l5l
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मृतक पुष्पेन्द्र से संबंधित पंजीकृत अभियोगों/ प्रकरणों का विवरण pic.twitter.com/C5aRvx1UFk
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थाना मोंठ प्रकरण के संबंध में प्रेस नोट pic.twitter.com/GGHAZT3EnE
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झाँसी पुलिस ने पुष्पेंद्र यादव के आपराधिक इतिहास को ट्वीट करते हुए कहा की एनकाउंटर से पहले ही पुष्पेंद्र यादव पर दो मुकदमे दर्ज थे। जिनमे से एक मुकदमा 2014 में मारपीट, गालीगलौज का था और दूसरा मुकदमा 2015 में महिला भगा ले जाने का था। इन दोनों ही मुकदमों के बाद पुष्पेंद्र पर निरोधात्मक कार्रवाई हुई थी। झाँसी पुलिस ने बताया की 2018 में दो बार अवैध खनन में पुष्पेंद्र के ट्रक का चालान हुआ था। 29 सितंबर 2019 को इंस्पेक्टर मोंठ धर्मेंद्र चौहान ने पुष्पेंद्र के ट्रक का चालान किया था। इसके साथ ही 5 अक्टूबर को इंस्पेक्टर धर्मेंद्र चौहान पर फायरिंग कर उनकी क्रेटा कार लूटने का पुष्पेंद्र पर आरोप था।