उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद पहली बार ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक हुई। मुस्लिम पक्षकारों की यह बैठक लखनऊ के मुमताज डिग्री कॉलेज में आयोजित की गई थी जो 3 घंटे तक चली।
जमीयत उलेमा हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बैठक के बाद कहा कि “हम फैसले के खिलाफ रिव्यू पिटिशन दायर करेंगे। हमें मालूम है रिव्यू पिटिशन का हाल क्या होना है लेकिन फिर भी हमारा यह हक है”।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक के बाद प्रेस वार्ता में बयान दिया गया है कि बोर्ड अयोध्या मामले को लेकर रिव्यू फ़ाइल करेगा। बाबरी मस्जिद के मामले को लेकर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड संतुष्ट नही है और शरीयत में है कि एक बार जहां पर मस्जिद बन जाती है फिर वहां पर मस्जिद ही रहती है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने आगे कहा कि मस्जिद के बदले में हम दूसरी जगह ज़मीन या रुपया पैसा नही ले सकते हैं और 5 एकड़ ज़मीन की पेशकश को मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड लेने से इनकार करता है। प्रेस कांफ्रेंस में बोर्ड ने आगे कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ऐसा कोई भी काम नही करेगा जो सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ हो।
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मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की इस अहम बैठक में AIMPLB के अध्यक्ष राबे हसन नदवी, वकील ज़फरयाब जिलानी, AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी सहित अन्य पदाधिकारियों ने शिरकत किया।