मुरादाबाद:। वैसे तो डॉक्टरों को भगवान का रूप माना जाता है,जिनका धर्म सिर्फ लोगों की जान बचाना होता है। इसके अलावा कभी ऐसी भी घटनाएं देखने को मिल जाती है जिसमे चंद पैसों के लालच में आकर कुछ डॉक्टर अपना धर्म भूल जाते हैं। ऐसा ही एक मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है,जहाँ चंद पैसों की कमिशन के चक्कर में एक नवजात शिशु जिसने अभी दुनिया को ठीक से देखना भी शुरू नहीं किया था की डॉक्टर की लापरवाही के चलते उसकी जान चली गयी।
क्या है पूरा मामला
मामला जिला moradabad के थाना कटघर क्षेत्र रामपुर दोराहा पर स्थित सनराइजस हॉस्पिटल का है जहाँ मोहम्मद आबिद ने अपनी पत्नी सबाना को डिलीवरी के लिए भर्ती कराया था,जिसने नोर्मल डिलीवरी द्वारा बेटे को जन्म दिया था। लेकिन उसके बाद सनराइजर्स हाॅस्पिटल के डाॅक्टरों ने नवजात शिशु की तबियत ख़राब बताकर उसे मशीनों में रखवा दिया।
इससे पहले डाक्टरों ने दो दिन पूर्व नवजात शिशु को स्वस्थ्य बताते हुए कहा था कि आपका बच्चा अब ठीक है,आप ले जा सकते हैं और आप जो बिल अस्पताल का रह गया है वह जमा करा दीजिए। लेकिन जब पीड़ित पैसे लेकर घर से वापस अस्पताल पहुंचा तो डाक्टरों ने कहा कि आपके बच्चे कि हालत अभी ठीक नहीं है।
इसके अलावा पीड़ित ने डाक्टर शकील से मना किया कि मेरे बेटे को डिस्चार्ज कर दीजिए लेकिन पीड़ित की लाख मन्नतों के बाद भी डाक्टरों ने नवजात शिशु को अस्पताल से छुट्टी नहीं दी और आज नवजात शिशु ने अस्पताल में ही दम तोड़ दिया।
पीड़ित आबिद ने लगाया यह आरोप
वहीँ पीड़ित आबिद का यह आरोप है की ने उसकी अपनी सास रेशमा निवासी दादूपुर जो कि आशा है और डाक्टर गुलज़ार ग्राम भैसिया पर कमिशन के चक्कर में डाक्टर शकील से मिलकर मेरे 9 दिन के ठीक-ठाक बच्चे की छुट्टी नहीं होने दी। जिसकी वजह से मेरे बेटे की आज़ मौत हो गई है। वहीँ सूचना पर मौके पर पहुंची कटघर पुलिस पीड़ित से तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने की बात कर रही है।
रिपोर्ट:-नासिर खान…