आज रविवार को रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defense) ने बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के तहत है 101 रक्षा उपकरणों के आयात पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। रक्षा मंत्री Rajnath Singh ने खुद इसका ऐलान किया। उन्होंने बताया कि आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत यह निर्णय लिया गया है।
The Ministry of Defence is now ready for a big push to #AtmanirbharBharat initiative. MoD will introduce import embargo on 101 items beyond given timeline to boost indigenisation of defence production.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) August 9, 2020
Defense Minister ने बताया कि यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन के आवाहन पर लिया गया है। इस मिशन के 5 स्तंभों इकोनामी, इंफ्रास्ट्रक्चर, सिस्टम, डेमोग्राफी और मांग है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष आर्थिक पैकेज (Special economic package) की घोषणा की है।
भारतीय रक्षा उद्योग के लिए बड़ा अवसर
रक्षा मंत्रालय द्वारा लिया गया फैसला भारतीय रक्षा उद्योग के लिए एक बड़ा अवसर होगा। जिसमें वे खुद की क्षमता का उपयोग करके उपकरणों को डिजाइन करेंगे और Armed forces की आवश्यकताओं के अनुसार उसमें बदलाव भी कर सकेंगे।
अप्रैल 2015 से अगस्त 2020 के बीच 3.5 लाख करोड़ रुपए 260 योजनाओं के लिए तीनों सेनाओं द्वारा दिए गए थे। ऐसा अनुमान है कि अगले 6 से 7 सालों में 4 लाख करोड़ रुपए का Contract घरेलू उद्योगों को दिया जाएगा।
इनमें से लगभग 130000 करोड़ रुपए की वस्तुएं सेना और वायुसेना के लिए अनुमानित है। जबकि नौसेना द्वारा लगभग 140000 करोड़ रुपए की वस्तुओं का अनुमान लगाया गया है।
आगे रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि भारतीय Defense industry को सशस्त्र बलों की प्रत्याशित आवश्यकताओं के बारे में पता चल सके। जिससे वे स्वदेशीकरण के लक्ष्य को महसूस करने के लिए बेहतर रूप से तैयार हो।