उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री तथा बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को बिना किसी पार्टी का नाम लिए उनपर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “कुछ दल जो अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए राजनीति कर रहे हैं उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और हमें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए। देश में शांति और सद्भाव बनाए रखा जाना चाहिए”।
Mayawati: Some parties who are playing politics for their personal gains should not forget that India is a secular country and we should respect all religions. Peace and harmony should be maintained in the country. pic.twitter.com/qiWMrdVC3G
— ANI UP (@ANINewsUP) January 1, 2020
बसपा सुप्रीमों मायावती ने पार्टियों को कहा कि व्यक्तिगत लाभ के लिए राजनीति कर रहे हैं जिससे शांति व आपसी सद्भाव बिगड़ रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम लोगों को सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए तथा आपसी सद्भाव बनाए रखना चाहिए। मायावती ने इससे पहले मंगलवार को देर रात में कहा था कि मौजूदा सरकार से उम्मीद रखने कि बजाए खुद अपनी मेहनत व कर्म से नया साल व भविष्य को बेहतर बनाने के लिए युवाओं द्वारा संकल्प लेना एक सराहनीय कदम है। लोगों के इस कदम से भारतीय लोकतंत्र में नई ऊर्जा का संचार हुआ है जोकि बहुत ही महत्वपूर्ण है।
मायावती ने किया ट्वीट, कांग्रेस पर साधा निशाना
मायावती ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर तंज़ करते हुए कहा कि सरकार की संकीर्ण, जातिवादी तथा साम्प्रदायिक सोच व ग़लत कार्यकलापों के चलते पिछले कुछ सालों के दौरान आम लोगों की ज़िन्दगी बहुत ही कठिनाई से गुज़री है जिसके कारण लोगों ने बीजेपी सरकार से उम्मीदें छोड़ दी हैं। उन्होंने आगे कहा है कि नए नागरिकता संशोधन कानून (CAA) तथा भारीय राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के विरोध में सर्वधर्म व सर्वसमाज के साथ जिस प्रकार शिक्षित व बेरोज़गार युवा सड़कों पर शान्तिपूर्ण तरीके से सड़कों पर आये और फिर प्रदेश भर में कई जगह हिंसा हुई, इन सब की उच्चस्तरीय जाँच होना चाहिए थी।