बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो अध्यक्ष मायावती ने एनसीआरबी (नेशनल क्राइम ब्यूरो) के आकड़ों को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने काफी विलम्ब के बाद अपराधों के संबंध में जो आंकड़े देश-दुनिया के सामने पेश किए हैं वे आज मीडिया जगत में स्वाभाविक तौर पर बड़ी-बड़ी सुर्खियों में हैं तथा वे भारत की छवि को बेहतर बनाने वाले हरगिज नहीं हैं जो बड़े दुःख व चिन्ता की बात है।
1. नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो ने काफी विलम्ब के बाद अपराधों के सम्बंध में जो आँकड़े देश-दुनिया के सामने पेश किए हैं वे आज मीडिया जगत में स्वाभाविक तौर पर बड़ी-बड़ी सुर्खियों में हैं तथा वे भारत की छवि को बेहतर बनाने वाले हरगिज नहीं हैं जो बड़े दुःख व चिन्ता की बात है।
— Mayawati (@Mayawati) October 23, 2019
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश में हर प्रकार के अपराधों में भी खासकर महिला सुरक्षा के मामले में केन्द्र व राज्य सरकारों को पूरी ईमानदारी के साथ बहुत कुछ करने की सख्त जरूरत है। यूपी का सबसे ज्यादा बुरा हाल है और यह तब है जब केन्द्र व राज्य में भी एक ही पार्टी बीजेपी की सरकार है। बता दें की नेशनल क्राइम ब्यूरो रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 3 लाख 59 हजार 849 (3,59849) मामले दर्ज किए गए है।
2. इन आँकड़ों से स्पष्ट है कि देश में हर प्रकार के अपराधों में भी खासकर महिला सुरक्षा के मामले में केन्द्र व राज्य सरकारों को पूरी ईमानदारी के साथ बहुत कुछ करने की सख्त जरूरत है। यूपी का सबसे ज्यादा बुरा हाल है और यह तब है जब केन्द्र व राज्य में भी एक ही पार्टी बीजेपी की सरकार है
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दरअसल बता दें की नेशनल क्राइम ब्यूरो 2017 की रिपोर्ट में सोमवार को चौकाने वाला खुलासा किया है। दो साल की देरी से जारी एनसीआरबी की इस रिपोर्ट में बताया गया हैं कि साल 2017 में देश कुल 50 लाख से ज्यादा (50,07,044) मामले दर्ज किए गए है।जो 2016 के मुकाबले 3.6 फीसदी अधिक है। बता दे की नेशनल क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक देश में लगातार तीसरे साल महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों में रिपोर्ट दर्ज की गई है। महिलाओं के खिलाफ अपराध के दर्ज मामलों में हत्या,रेप,दहेज हत्या,आत्महत्या के लिए उकसाना, महिलाओं के खिलाफ क्रूरता और अपहरण जैसे मामले शामिल है।