मऊ : कोरोना काल के बाद जिले मे इस तरह से हुआ पहली मूर्ति का विसर्जन

मऊ :। कोरोना महामारी ने लोगों के जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया था, कोरोना काल के अभी तक के लगभग आठ महीने के दौरान सरकार ने सार्वजनिक कार्यक्रमों को प्रतिबंधित कर रखा था, आलम ये था कि इस वर्ष दुर्गा पूजा में जगह-जगह रखे जाने वाले मां दुर्गा की प्रतिमा हो या दशहरे पर लगने वाले मेले को कोरोना की वजह से अनुमति नहीं दी गयी। लेकिन दीपावली के पर्व पर मां लक्ष्मी की मूर्ति को स्थापित करने की अनुमति पहली बार प्रदेश सरकार ने दे दी। लिहाजा कोरोना काल के बाद पहली बार सरकारी गाइड लाइन के तहत माँ-लक्ष्मी की मूर्ति को जगह-जगह स्थापित किया गया।

श्रद्धालुओं में दिखा उत्साह:-

वही दीपावली के बाद आज देर शाम प्रशासन की देख रेख में नगर क्षेत्र में रखी गई मा लक्ष्मी की मूर्तियो को तमसा नदी में विसर्जित कर दिया गया। आस्था के पर्व दीपावली पर रखे जाने वाले माँ-लक्ष्मी की प्रतिमा के स्थापना और विसर्जन की अनुमति मिलने से श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा था।

इस वर्ष दशहरा, रामलीला और माँ दुर्गा की प्रतिमाएं नहीं लगने से लोगों में काफी निराशा थी लेकिन जैसे ही प्रदेश सरकार दीपावली के त्यौहार पर मा लक्ष्मी की प्रतिमाओं को स्थापित करने की अनुमति दी भक्त खुशी से झूम उठे। लिहाजा आज माँ लक्ष्मी की मूर्ति विसर्जन के दौरान लोग भक्ति भावना के साथ उत्साहित दिखे।

रिपोर्ट:-राजेश दुबे…

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