कानपुर एसएसपी ऑफिस में आज एक सौ साल की बुजुर्ग मां का ऐसा तड़पता हुआ दर्द नजर आया जिसकी काट ना कानून के पास है ना सरकार के पास। 100 वर्षीय बुजुग मा रोते हुए पिछले 6 महीने से पुलिस ऑफिसो के चक्कर लगा रही है। वो एक ऐसे अपहरण की शिकायत पुलिस से कर रही है जिसकी पुलिस न एफआईआर लिख सकती है न आरोपियों को पकड़ सकती है। पुलिस अधिकारी हर बार बस उसकी कंप्लेन सुनते है पानी पिलाते है और पुलिस कर्मी के साथ यह कहकर घर छुड़वा देते है कि आपके बेटे के अपहरणकर्ताओं को जल्दी गिरफ्तार करेंगे।
एसएसपी आफिस में रिक्से से आई रोती हुई सौ वर्षीय बुजुर्ग मा गंगा देइ को जिसके शरीर का हिलता पुर्जा-पुर्जा उसके बेरहम दर्द की गवाही दे रहा है। गंगा देइ पुलिस के पास अशोक के अपहरण की शिकायत करने आई है वह पिछले 6 महीने से इसी तरह पुलिस आफिस के चक्कर लगा रही है और पुलिस को दिखिये बड़े प्यार से गंगा देइ की शिकायत सुनती है। एसीपी रैंक के अधिकारी संतोष सिंह विशाल पांडे खुद अपने हाथों से पानी पिला रहे है। अपहरण कर्ताओ को पकड़ने का दावा कर रहे है लेकिन वे अशोक के अपहरण की एफआईआर नही लिख रहे है जबकि गंगा देइ अपने नाती अशोक के अपहरण का आरोप लगा रही है।
पूरा मामला
आइए हम आपको बताते हैं आखिर पुलिस इस बुजुर्ग मां की शिकायत क्यों नहीं दर्ज कर रही है। जबकि उनके साथ मानवीय मिशाल जरूर दिखाती है। दरअसल गंगा देइ के पांच बेटे थे और एक लड़की। उसके बेटे एक-एक करके उसको छोड़कर दुनिया से चले गए। जबकि बेटी के एक लड़का अशोक था। अशोक को गंगा देइ ने गोद ले लिया था।
लेकिन दुर्भाग्य देखिये की तीन साल पहले अशोक का बीमारी के चलते देहांत हो गया था। गंगा देइ के घरवालों ने उनकी हालत देखकर उनको आजतक ये नही बताया है कि अशोक अब इस दुनिया में नहीं है। उल्टा किसी ने उनको समझा दिया कि तुम्हारे मकान के चक्कर मे अशोक का अपहरण हो गया है उसको पुलिस छुड़ाने में लगी है।
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बस इसी आशा में गंगा देइ पुलिस के चक्कर लगा रही है कि पुलिस अशोक को ढूंढ लाएगी। पुलिस अधिकारी उनकी चाहत देखकर उनको असलियत नही बताते। वे हर बार उनकी प्यार से शिकायत सुनते है फिर खुद अपने गनर के साथ उनको यह कहकर घर भिजवाते है कि हम जल्दी अपहरण करने वालो को पकड़ेंगे।
कहते है इस दुनिया में आने वाले हर इंसान को सुख और दुख दोनों का सामना करना पड़ता है। लेकिन गंगा देइ जैसी माँ को देखकर लगता है की खुदा भी शायद उनके खाते में सुख की बूंदे डालना भूल गया। ऐसे में भला पुलिस भी क्या करे।