लखनऊ। सूबे की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर में स्थित मेयो अस्पताल के डॉक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहाँ लोकबंधु हॉस्पिटल से रिफर किये गए मरीज की तीन दिन इलाज के दौरान आज रहस्यमय तरीके से मौत के बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। मामले की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट और भारी पुलिस बल ने स्थिति पर पाया काबू।
परिजनों ने मयो अस्पताल पर लगाए गंभीर आरोप
मामला लखनऊ के गोमतीनगर का है ,जहाँ कोरोना संक्रमित 45 वर्षीय सुरेश कुमार सिंह को इलाज के लिए लोकबंधु के L2 विभाग में भर्ती करवाया गया था। लेकिन तबियत बिगड़ते देख उन्हें L3 श्रेणी में इलाज के लिए मयो अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जिसके बाद मरीज का तीन दिनों तक L2 श्रेणी इलाज किया जा रहा था और आज अचानक मरीज की मौत के बाद अस्पताल के प्रबंधन द्वारा L3 श्रेणी में इलाज का बिल परिजनों को थमा दिया गया। और कहा गया की जब तक पैसे नहीं दिए जाएंगे तबतक शव नहीं दिया जाएगा जिसको लेकर परिजनों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना पाकर मौके पर भारी पुलिस बल के साथ सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बात चीत की।
परिजनों ने सिटी मजिस्ट्रेट को बताई हकीकत
परिजनों ने सिटी मजिस्ट्रेट से कहा की अस्पताल प्रबन्धन की लापरवाही के चलते आज उनके मरीज की मौत हो गई और अस्पताल द्वारा अवैध वसूली की जा रही है। मृतक के परिजन ध्रुव कुमार सिंह ने सिटी मजिस्ट्रेट को यह भी बताया की सीएमओ लखनऊ ने बातचीत के दौरान 20 हजार रूपए प्रतिदिन इलाज में खर्च की बात कही थी। लेकिन अस्पताल द्वारा फर्जी वसूली करने के लिए 3 लाख का बिल बनाया गया। परिजनो से बातचीत के बाद एसीएम के दखल के बाद 3 लाख के बिल में महज 70 हजार कम कर हॉस्पिटल प्रशासन ने 2 लाख 29 हजार का नया बिल थमा दिया।
भाजपा नेता के शह पर अस्पताल चलाने का आरोप
परिजनों ने डीएम लखनऊ पर लगाए गंभीर आरोप लगाते हुए कहाँ की जिलाधिकारी ने शिकायत के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया और परिजनों ने कहा की यह हॉस्पिटल किसी भाजपा नेता की सह पर चल रहा है जिसके चलते कोई भी अधिकारी इसके खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं कर सकते है।फिलहाल परिजनों ने हॉस्पिटल में हुई लापरवाही से उनके मरीज की मौत के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेंगे।