जामिया यूनिवर्सिटी की वाइसचांसलर नजमा अख्तर ने कहा की पुलिस बिना अनुमति के विश्वविद्यालय में घुसी। संपत्ति का काफी नुकसान हुआ है,इसकी भरपाई कैसे होगी? ये दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी। हम अपने विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस के प्रवेश के खिलाफ FIR दर्ज करेंगे। संपत्ति का पुनर्निर्माण कर सकते हैं, लेकिन आप उन चीजों के लिए क्षतिपूर्ति नहीं कर सकते हैं, जो छात्रों के साथ हुआ है। हम उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं। VC नजमा अख्तर ने कहा की प्रदर्शन में छात्र शामिल नहीं थे। विश्वविद्यालय के बाहर प्रदर्शन हो रहा था इसका मतलब ये नहीं की इसमें जामिया के छात्र थे।
Vice Chancellor of Jamia Millia Islamia, Najma Akhtar: We will file an FIR against the entry of Police in our university campus. You can rebuild the property but you cannot compensate for the things the students went through. We demand a high level inquiry. pic.twitter.com/iaGRaQ7Hrh
— ANI (@ANI) December 16, 2019
CAB: जामिआ इलाके में हुए उग्र प्रदर्शन की पूरी कहानी
CAA के विरोध में जामिया में प्रदर्शन किया जा रहा था। प्रदर्शन में छात्र भी थे और प्रदर्शन हिंसक होने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और जहाँ से भी पुलिस पर पथराव किया जा रहा था। पुलिस उस जगह पर जा कर चेकिंग कर रही थी। जामिया विश्वविद्यालय में भी पुलिस गयी थी। छात्रों का आरोप है की पुलिस ने लाइब्रेरी में आंसू गैस के गोले छोड़े और छात्र छात्राओं को मारा। बता दें कई छात्रों को गिरफ्तार भी किया गया था। आज सोमवार को सुबह जामिया के 50 छात्रों को रिहा किया गया है।