- बुधवार को अयोध्या के राम मंदिर विवाद पर जिरह का है अंतिम दिन
- हिंदू पक्ष की तरफ से सीएस वैद्यनाथन 45 मिनट देंगे दलीलें
- सुन्नी वक्फ बोर्ड को एक घंटे बोलने का मिलेगा मौका
उत्तर प्रदेश की अयोध्या नगरी के राम मंदिर विवाद पर बुधवार को जिरह का आखरी दिन है। बुधवार के दिन मुक़दमे की सुनवाई पूरी हो सकती है और फैसले को सुरक्षित रखा जा सकता है। इस मामले में हिन्दू पक्ष का कहना है कि बाबर की ऐतिहासिक गलती सुधारने की जरूरत है। अयोध्या विवाद पर बुधवार को ही मोल्डिंग ऑफ रिलीफ पर भी सुनवाई हो सकती है।
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सीजेआई ने बुधवार होने वाली सुनवाई के लिए दोनों पक्षों के लिए समयसीमा निर्धारित कर दिया है जिसके अंतर्गत दोनों पक्षों को अपनी बात रखने का समय दिया जाएगा। हिंदू पक्ष की तरफ से सीएस वैद्यनाथन 45 मिनट दलीलें देंगे उसके पश्चात एक घंटे सुन्नी वक्फ बोर्ड को मौका मिलेगा। फिर इसके बाद दोनों पक्षों को 45-45 मिनट का समय दिया जाएगा। सीजेआई ने कहा है कि दोनों पक्ष आपस में तय कर लें कि सुनवाई के लिए कौन कितना समय लेगा। इसके बाद मोल्डिंग ऑफ रिलीफ पर भी दोनों पक्ष बात रखेंगे।