लखीमपुर खीरी :। सदर कोतवाली में रोहित वर्मा नामक युवक की गुमशुदगी की तलाश अभी पुलिस कर भी नही पाई थी कि 24 घंटे बीत जाने के बाद सदर कोतवाली पुलिस को सूचना मिली की संदिगध अवस्था मे एक युवक का शव अम्रतागंज रोड के किनारे झाड़ियों में पड़ा मिला हैं, फिर क्या था आनन-फनान में पहुची सदर कोतवाली पुलिस ने मृत मिले युवक के शव को अपने कब्जे में लेकर परिजनों को सूचना दी मौके पहुचे परिजनों ने रोहित नामक युवक की पहचान की।
गला दबाकर की गई हत्या
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हाउस पी एम के लिए भेज दिया,वही पुलिस अधीक्षक विजय ढुल ने मौत की वजह तलाशने में एक टीम का गठन किया। पी.एम.रिपोर्ट में गला दबाकर की गई हत्या का खुलासा हुआ और पुलिस अपने सभी एंगल से हत्या आरोपियों की तलाश में जुट गई, जिसमें पुलिस टीम को एक बड़ी कामयाबी हांथ लगी। परिजनों ने पुलिस को उसकी बाइक उसके एक दोस्त होने का हवाला दिया जो मृतक रोहित के साथ एक प्लाइवोड फयकट्री में एक साथ काम करता था।
आरोपी ने कबूला अपना जुर्म
कहते है गुनाह करने वाला कितना भी शातिर क्यों ना हो वाह कानून की नजरों से नही बच सकता,आखिर हुआ भी यही कानून के लंबे हाथ हत्यारे के गिरेबांध तक पहुच ही गए। मृतक रोहित के दोस्त सर्वेश विश्वकर्मा नामक युवक को पुलिस टीम ने धर दबोचा और पुलिस के सामने आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। हत्या की वजह कुछ इस तरह थी कि मृतक रोहित अपने दोस्त सर्वेश के घर आया जाया करता था और सर्वेश की नव-विवाहिता पत्नी पर गलत नज़र रखता था।
इसी आक्रोश में आकर मृतक रोहित के दोस्त सर्वेश ने रोहित की मौत की स्क्रिप्ट अपने एक दोस्त और बहनोई के साथ लिख डाली और गले मे बेल्ट का फन्दा लगाकर मौत के घाट उतार दिया। 24 घंटे में पुलिस टीम के जाबाज कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आर के वर्मा,कॉन्सटेबल विजय शर्मा,मनीष यादव उप निरीक्षक, चौकी प्रभारी महेवागंज संजीव कुमार ने हत्या का पर्दा फाश कर दिखाया और पुलिस अधीक्षक विजय ढुल ने पकड़े गए तीनो अपराधियो को सलाखो के पीछे भेजने का खागा तैयार कर लिया।