जाने दशहरा कब और कितने बजे का है शुभ मुहूर्त

बुराई पर अच्छाई की जीत का सन्देश देने वाला त्यौहार दशहरा हिन्दुओं के लिए बहुत खास होता है। इस दिन दो सबसे बड़ी बुराईयों का अंत हुआ था। माँ दुर्गा ने इसी दिन महिषासुर का संहार किया था व रावण का भी अंत इस दिन श्री राम ने किया था। इसलिए दशहरा को विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है। जिसे पूरा देश बहुत धूम धाम से मनाता है। दशहरा दिवाली से 20 दिन पहले पड़ता है इस दिन श्री राम ने रावण को लंका में 9 दिनों का लम्बा युद्ध लड़ने के बाद मारा था जिसे बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की जीत के रूप में हिन्दू समाज मनाता है। दशहरे के दिन बहुत जगहों पर रामलीला की जाती है और समापन के पश्चात् शुभ मुहूर्त देख कर रावण को जलाया जाता है।

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मुहूर्त और पूजा का समय

दशहरे का त्यौहार अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को अपराह्न काल में मनाया जाता है। सूरज ढलने के बाद जब आसमान में तारे दिखने लगते हैं तो यह समय विजय मुहूर्त कहलाता है और मान्यता है कि जो काम या पूजा इस समय किया जाता है उसका परिणाम अच्छा प्राप्त होता है। दशहरे का दिन सबसे पवित्र दिनों में से एक माना जाता है। इस बार दशहरा 8 अक्टूबर को है और रावण दहन का शुभ मुहूर्त 2:05:40 से 2:52:29 तक रहेगा व दशहरा अपराह्न पूजा का समय दोपहर 1 बजकर 17 मिनट से 3:36 तक रहेगा। दशमी की शुरुआत 7 अक्टूबर दोपहर 12:37 से प्रारंभ होकर अगले दिन 8 अक्टूबर दोपहर 2:50 तक होगा।

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