उत्तर प्रदेश के कानपुर में अब पतंग उड़ाने वालों को सावधान रहना पड़ेगा। क्योंकि उनकी पतंगबाजी को अब कानपुर पुलिस लोगों की जान का खतरा जो समझ बैठी है। जिसके चलते डीआईजी के सख्त आदेश के बाद मुख्य मार्ग या भीड़भाड़ इलाकों में पतंग उड़ाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किये जाने का निर्देश जारी कर दिया गया है।
पूरा मामला
दरअसल कानपुर डीआईजी का यह निर्देश उस हादसे को देखने के बाद जारी किया गया। जब बीते मंगलवार की शाम एक छात्र अपनी माँ के साथ स्कूटी से कोचिंग को जा रहा था तभी फेथफुल गंज से गुजर रहे पुल पर छात्र की गर्दन को काटता हुआ पतंग का मांझा निकल गया। जिसको देख स्कूटी चला रही मासूम की माँ कुछ भी समझ पाती तब तक छात्र खून से लथपथ हो गया। जिसको देख माँ भी बेसुध हो गयी और मदद की गुहार लगाने लगी।
तभी मौके से गुजर रहे राहगीरों ने मदद करते हुए दोनो मां बेटे को हॉस्पिटल पहुँचाने का काम किया। जहां डॉक्टरों ने अनानं फानन में इलाज शुरू किया और बमुश्किल छात्र की जान को बचा लिया गया। फिलहाल छात्र टाके लगने की वजह से कुछ बोल तो नही पा रहा है लेकिन खतरे के बाहर है।
वहीं सोशल मीडिया पर चली खबर की सूचना को कानपुर डीआईजी प्रीतिंदर सिंह ने संज्ञान में लिया और हॉस्पिटल जाकर घायल छात्र का हालचाल जाना। साथ ही रेल बाजार थाने को निर्देशित करते हुए मां की तहरीर के अनुसार धारा 307 के तहत एफआईआर दर्ज करने का आदेश जारी करते हुए अज्ञात लोगों की पहचान करते हुए गिरफ्तारी करने का आदेश दिया है।
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जिसके तहत एफआईआर दर्ज कर ली गयी है इसके साथ ही डीआईजी ने पूरे कानपुर के थानेदारों को निर्देशित कर दिया है कि अगर थानाक्षेत्र के मुख्य मार्ग, हाइवे किनारे या फिर भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर कोई पतंगबाजी करता दिखता है तो उसको रोकने का कार्य किया जाए और अगर वह नही मानता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।