सुप्रीम कोर्ट में सोमवार सुबह से शिव सेना ,एनसीपी और कांग्रेस की याचिका को लेकर सुनवाई चल रही है। जहाँ पर तुषार महता ने कोर्ट को बीजेपी के 170 विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा। जिसके बाद शिव सेना की तरफ से कपिल सिब्बल पेश हुए और सवाल किया की राष्ट्रीय आपातकाल क्या था जिसे राष्ट्रपति शासन 5:17 पर रद्द कर दिया गया था और सुबह 8 बजे देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार को शपथ दिलाई गई थी? राष्ट्रपति शासन को सुबह 5:17 बजे निरस्त कर दिया गया, जिसका अर्थ है कि 5:17 से पहले सब कुछ हुआ।
NCP-Congress-Shiv Sena petition: Kapil Sibal says, floor test should be conducted in 24 hrs.Senior member of House should conduct it with videography & single ballot. It is in cover of night that for some, new opportunities come knocking, let floor test be conducted in full light https://t.co/mc7o4iFR9e
— ANI (@ANI) November 25, 2019
तुषार मेहता ने विधायकों के समर्थन वाली चिठ्ठी कोर्ट को सौंपी
24 घंटे में हो फ्लोर टेस्ट
शिव सेना की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में कपिल सिब्बल ने कहा की फ्लोर टेस्ट 24 घंटे में आयोजित किया जाना चाहिए। सदन के किसी भी सदस्य को वीडियोग्राफी और एकल मतपत्र के साथ इसका संचालन करना चाहिए। पहले सब कुछ रात में हुआ है पर अब सब दिन में होना चाहिए। वहीँ अभिषेक मनु जो कांग्रेस ,एनसीपी का प्रतिनिधित्व कर रहे है, उन्होंने कहा की ‘जब दोनों समूह फ्लोर टेस्ट के लिए खुले हैं, तो देरी क्यों होनी चाहिए?’ शरद पवार ने मिडिया से कहा की बीजेपी के पास सरकार बनाने के लिए बहुमत नहीं था, इस बात को बीजेपी ने राज्यपाल को भी बताया था।