कानपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए जिस पुलिस को स्वतंत्र रूप से कार्य करने की छूट दी थी वही रियायत प्रदेश सरकार की किरकिरी करवाने से बाज नहीं आ रही है। कानपुर जिले की पुलिस अपने शर्मनाक कारनामो से विवादों में लगातार घिरी हुई है, ऐसा ही एक और शर्मनाक मामला फिर से सामने आया है। जहाँ संजीत अपहरण और हत्या कांड में इन्साफ न मिलने के कारण न्याय की आस में धरने पर बैठे परिजनों सहित अन्य लोगो को पुलिस प्रशासन ने अपनी नाकामयाबी और भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए कठोर कार्यवाही करते हुए संजीत के पिता और बहन को जबरदस्ती हिरासत में ले लिया इतना ही नहीं संजीत की मां को भी घर में नजरबंद कर दिया।
आपको बता दें की संजीत अपहरण और हत्यकांड में पुलिस ने प्रदेश सरकार की किरकिरी होते देख बिना शव बरामद किये हुए ही 6 लोगो को गिरफ्तार करके जेल भेजकर अपना पलड़ा झाड़ लिया लेकिन परिजनों को पुलिस की इस कार्यशैली पर भरोसा नहीं हुआ और उन्होंने न्याय के लिए जिलाधिकारी से बीते दिन मुलाकात कर न्याय दिलाने की मांग की थी। जिसके बाद इन्साफ के लिए पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे परिजनों को पुलिस ने जबरन हिरासत में ले लिया।
रिपोर्ट- दिवाकर श्रीवास्तव