कानपुर में 8 पुलिसवालों के हत्या के मास्टरमाइंड Vikas Dubey Encounter में मारा गया है। इस एनकाउंटर के बाद से पुलिस सवालों के घेरे में है। बता दें कल ही विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद उसे यूपी पुलिस को सौंप दिया गया।
➤कानपुर में विकास दुबे का एनकाउंटर
➤गाड़ी पलटने के बाद भागने की कि थी कोशिश
➤यूपी पुलिस पर उठे सवाल
➤एनकाउंटर के साथ दफन हुए कई राज
कैसे हुआ एनकाउंटर
Vikas Dubey के एनकाउंटर को लेकर पुलिस का कहना है कि उज्जैन से उसे कानपुर नगर लाया जा रहा था। आज सुबह 10 जुलाई को कानपुर नगर भौंती के पास पुलिस की गाड़ी पलट गई। जिसमें पुलिस और विकास दुबे घायल हो गए। विकास के गाने घायल पुलिस वाले की पिस्टल छीन ली और भागने लगा। जिसके बाद पुलिस ने उसका पीछा किया और आत्मसमर्पण करने को कहा लेकिन उसने फायरिंग कर दी।
जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की जिसमें विकास दुबे के कमर और सीने में गोली लगी। इसके बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जहां पर इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। क्योंकि पहले विकास दुबे के 1 साथी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसलिए विकास दुबे का भी कोरोनावायरस करने के लिए सैंपल लिया गया है। अब रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्यवाही होगी।
विपक्ष ने साधा निशाना
सपा सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा की “दरअसल यह कार नहीं पलटी है राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गई है।” वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि “अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको संरक्षण देने वाले लोगों का क्या?”
विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर बसपा सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। मायावती ने कहा कि कानपुर पुलिस हत्याकांड के मुख्य आरोपी दुर्दान्त विकास दुबे को गिरफ्तार करने के बाद कानपुर लाए जाने के दौरान उसके भागने पर पुलिस द्वारा एनकाउंटर किया गया। इसकी और इससे जुड़े अन्य मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।