ग्रंथो में लिखित ‘नर सेवा नारायण सेवा’ का असली नजारा देखना हो तो उत्तर प्रदेश के कानपुर चलिए। जहां कोरोना जैसी मौत की माहामारी के बीच इन शब्दों की लाइन को सच कर दिखाया जा रहा है। जिसके चलते न केवल कोरोना से संक्रमित मरीजों का उपचार किया जा रहा है। बल्कि अंतिम सांस को जीवित रखने के लिए ऑक्सीजन दी जा रही है।
इस मानवता भरी मिसाल को कर दिखाया है, गुरु गोविंद सिंह महासभा ने संस्था के बैनर तले गुमटी नम्बर पांच में एक आइसोलेट टेंट का रूम बनाया हुआ है। जिसमे शुद्ध हवा, सेनेटाइजर की व्यवस्था के साथ मेडिकल एक्सपर्ट डॉक्टरों की टीम भी लगी हुई है। जहां उन मरीजों को लिया जा रहा है, जिन्हें ऑक्सीजन की सख्त जरूरत है। ऐसे लोगों को पहले जानकारी देनी होगी। जिसके बाद उनके बताई जगह से मरीज को एम्बुलेंस द्वारा लाया जाएगा और बगैर किसी देरी के मरीज को ऑक्सीजन दिए जाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
खास बात यह भी है कि इस दौरान अगर मरीज की हालत बिगड़ती है तो डॉक्टरों की टीम द्वारा सजेस्ट करते हुए उन हॉस्पिटलों में भर्ती कराया जाएगा। जहां हाईटेक वेंटिलेटर की सुविधा उपलब्ध हो। संस्था ने अपने इस आयोजन को ऑक्सीजन लंगर का नाम दिया है। जिसको देख जिला प्रशासन के साथ सभी राजनैतिक दलों और जनता ने सराहनीय कार्य के नाम से पुकारा है।
यूपी अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने ऑक्सीजन को लेकर दी यह जानकारी
आपको बतातें चलेंकि उत्तर प्रदेश में भले ही कोरोना के मरीजों और मौतों में पिछले चौबीस घण्टो में कुछ गिरावट आई है। लेकिन कानपुर की परिस्थिति जस की तस बनी हुई है। वहीं ऑक्सीजन की कमी के कारण मारामारी जैसी आपातकालीन माहौल बना हुआ है। जिसके बीच ऐसा कार्य किया जाना दूसरों के लिए नसीहत लेने के बराबर होगी।