यूपी के कानपुर में बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या को देखतें हुए सरकारी कवायद अब तेज हो चुकी है। जिसके चलते सरकार के नजदीकी अधिकारियों की नजर उन प्राइवेट अस्पतालों की तरफ मुड़ चुकी है जिनको कोविड 19 के इलाज की अनुमति दी गई है।
जिसके चलते कानपुर पहुंचे मुख्य सचिव आलोक कुमार का काफिला चलकर अचानक गुरु तेग बहादुर चैरिटेबल अस्पताल गेट पर जा रुका। उन्हें देखते ही हॉस्पिटल मैनेजमेंट में अफरा तफरी मच गई। आनन फानन में छोटी-छोटी कमियों को सुधारने का प्रयास किया जाने लगा लेकिन मुख्य सचिव ने इन्हें छोड़कर डॉक्टरों से बातचीत की और कोविड-19 के इलाज से संबंधित जानकारियां ली।
साथ ही यह भी जांचा परखा गया कि कोरोना से संक्रमित मरीजों को कौन सी दवाइयां दी जा रहीं हैं। इस दौरान मुख्य सचिव ने साथ मे मौजूद कानपुर जिलाधिकारी से भी बातचीत के दौरान सरकारी अस्पतालों की जानकारी ली। आपको बतातें चलें कि कानपुर में इस समय 10 हजार से भी ऊपर ऐसे मरीज हैं जो कोरोना से संक्रमित बने हुए हैं। वहीं मौतों का भी चार सौ से पार हो चुका है। जिसको लेकर सरकार की चिंता बढ़ती जा रही है