कानपुर। वैश्विक महामारी कोरोना का खौफ अभी खत्म होने का नाम नहीं ले पाया था की अब एक और महामारी ने यूपी के कानपुर शहर के घाटमपुर तहसील क्षेत्र में लोगो को अपने चंगुल में लेना शुरू कर दिया है। इस नई महामारी के आगमन से ग्रामीणों में दहशत का महौल बना हुआ है। इस माहमारी से अभी तक कई ऐसे गांव है जहॉ पर लगभग पूरे गांव के लोग इस बीमारी की मार झेल रहे हैं।
महामारी को लेकर ग्रामीणों का बयान
ग्रामीणों के अनुसार देश में चल रही कोरोना माहमारी के चलते शासन के द्वारा चार चरणों में लॉक डाउन किया गया इस लॉक डाउन में आम जनता की आर्थिक कमर टूट गई। लेकिन अब घाटमपुर तहसील क्षेत्र में इस नई माहमारी ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। इस माहमारी के बारे में ग्रामीणों ने जानकारी दी कि इस बीमारी का शुरुआती लक्षण हाथ पैर में तेज दर्द होना और सिर में तेज दर्द हो और कुछ की घंटे के अंदर ही तेज बुखार आ जाना है।यह बीमारी परिवार में किसी एक व्यक्ति को हो जाती है तो उस परिवार के हर एक सदस्य को अपनी चपेट में ले लेती है।बीमारी फैली वाले क्षेत्रों में देखा गया कि उस क्षेत्र में गंदगी का अंबार भी लगा पाया गया।
ग्रामीणो ने लगाया ग्राम प्रधान पर आरोप
ग्रामीणों ने अपने ग्राम प्रधान पर गांव में साफ सफाई न करवाने का आरोप लगाते हुए गांव में आई स्वास्थ्य विभाग की टीम पर आरोप लगाया है कि टीम ने उन क्षेत्रो में मरीजो का ईलाज ही नहीं किया है जिन क्षेत्रों ने माहमारी फैली है ग्राम प्रधान के आस पास के लोगो को ही दवा देकर कागजी खानापूर्ति कर चलते बने।वही ग्रामीणों ने अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में बताया कि कोरोना महामारी के चलते हुए लॉक डाउन में आर्थिक स्थिति हद से ज्यादा बिगड़ गई है और अगर इस माहमारी के रोकथाम के लिए अगर जिम्मेदार लोगों के द्वारा कोई कदम नहीं उठाया गया तो क्षेत्र की जनता को अपना घर बेंचकर ईलाज कराने के लिए कोई रास्ता नहीं होगा।
रिपोर्ट- दिवाकर श्रीवास्तव