कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए देश में उन सभी जगहों को बंद किया जा रहा है जहाँ पर भारी संख्या में लोग एकत्रित होते है। स्कूल, कॉलेज, स्पोर्ट्स सेंटर आदि सब बंद है लेकिन कुम्भ अभी तक चल रहा है। कुछ अखाड़ों ने कोरोना को देखते हुए वापसी कर ली है लेकिन कुछ अभी भी वहीँ पर है।
26 मई तक हरिद्वार में ही रहेंगे अखाड़े और कुंभ की परम्पराओं को पूरा करते हुए 27 अप्रैल के स्नान सहित बाकी तीन अन्य स्नान भी करेंगे। जूना अखाड़े के प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा 27 अप्रैल को हनुमान जयंती, 14 मई को परशुराम जयंती, 17 मई को शंकराचार्य जयन्ती, और 18 मई को गंगा दशहरा के बाद ही कुंभ मेले का समापन किया जायेगा।
श्रीमहंत नारायण गिरि ने और क्या कहा
हिन्दू तिथि के अनुसार कुंभ 26 मई तक चलने वाला है, सरकार अपने हिसाब से चले पर हम परम्पराओं के साथ चलेंगे. अभी हमारे देवताओं के स्नान बाकी है। निरंजनी अखाड़े के सचिव ने भी कहा है कि हम 27अप्रैल का स्नान करेंगे, अगर अस्वस्थ होने के कारण कुछ साधू जाना चाहते हैं तो जायें।
वो बात अलग है कि अब श्रीमहंत रविंद्र पुरी सहित निरंजनी अखाड़े के 17 संतों की रिपोर्ट करोना नेगेटिव आई है।बहरहाल जूना अखाड़े के प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरि ने कहा मृत्यु तो निश्चित है लेकिन हम साधू अपनी परम्पराओं का त्याग नहीं कर सकते।
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अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी हरिगिरी जी महाराज की भी यही इच्छा है। उन्होंने कहा हमने हरिद्वार के बडे आश्रमों से बात की है, आश्रमों में बीमार साधुओं के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाये जायेंगे,हम सब जांच भी करायेंगे, वैक्सीनेशन भी करवायेंगे मास्क लगाएंगे लेकिन परम्परा भी निभायेंगे।