झांसी। यूपी के झाँसी जिले में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के गांधी सभागार में राष्ट्रीय सेवा योजना के 50 वर्ष पूरे होने पर स्वर्ण जयंती समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर अध्यक्षता कर रहे विश्विद्यालय के वित्त अधिकारी एके दीक्षित ने कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया।वित्त अधिकारी एके दीक्षित ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना समाज की सेवा के लिए निरन्तर तत्पर रहा है। आज के समय में स्वयंसेवक न केवल ऑफलाइन बल्कि ऑनलाइन भी हर समय मौजूद रहा।
मुख्य अतिथि एसपी सिटी ने स्वयंसेवकों की सरहाना
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि मुझे पहली बार राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों के साथ काम करने का मौका मिला है, लॉकडाउन में एनएसएस के स्वयंसेवकों का कार्य काफी सराहनीय रहा है। मास्क बैंक हो या गढ़मऊ झील की सफाई हो या प्रवासी मजदूरों को भोजन वितरण करने का कार्य हो। प्रत्येक क्षेत्र में एनएसएस के स्वयंसेवकों ने पुलिस के साथ सेवा भाव से सराहनीय कार्य किये हैं।
एनएसएस के स्वयंसेवकों की मदद से गढ़मऊ गांव को गोद लिया गया था और उस गांव के प्रत्येक ब्यक्ति को जागरूक करने का कार्य किया गया। वहीं गांव के लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया गया। विशिष्ठ अतिथि कुलसचिव नारायण दास ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना को आज 50 वर्ष पूरे हो गए हैं।
49 वर्षों तक तो एनएसएस के स्वयंसेवकों ने आसानी से कार्य किया, लेकिन 50 वीं साल में महामारी के दौर में राष्ट्रीय सेवा योजना के सभी स्वयंसेवकों ने जिस प्रकार कोरोना के संक्रमण से डरे बिना निरंतर सेवा भाव से कार्य किया है वो सराहनीय है।इस वर्ष महामारी के दौर में स्वयंसेवकों की सच्ची कठिन परीक्षा थी,जिसमें वो 100 प्रतिशत अंकों से पास हुए हैं।
नोडल अधिकारी ने लॉक डाउन एनएसएस के कार्यो के सरहना की
एनएसएस के नोडल अधिकारी डॉ उमेश कुमार मौर्य ने कोविड आख्या प्रस्तुत करते हुए बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना कोरोना काल में लोगों को जागरूक करने और उनकी मदद करने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर लॉकडाउन व्यवस्था को बनाए रखा। स्वयंसेवकों ने बैंक, मंडी, बाजार आदि स्थानों पर संक्रमण से बचाव हेतु लोगों से सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करवाने की मुहिम चलाई।
उन्होंने बताया कि एनएसएस बुंदेलखंड विश्विद्यालय ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर गाँव में डिजिटल साक्षरता, कोविड जागरूकता, रंगोली- पेंटिंग, दीवाल लेखन जैसी अनेकों जागरूकता के कार्य किये।
राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक ने वार्षिक आख्या पेश की
राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ मुन्ना तिवारी ने वार्षिक आख्या प्रस्तुत करते हुए बताया कि अविरल गंगा, पढ़े झांसी, बड़े झांसी, नई तालीम सप्ताह, सेवा सप्ताह, मतदाता जागरूकता दिवस, एड्स दिवस जैसे महत्वपूर्ण दिवसों पर एनएसएस न केवल कार्यक्रमों का आयोजन किया बल्कि लोगों को जागरूक करने का कार्य भी किया।
उन्होंने कहा कि गतवर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्वविद्यालय एनएसएस परिवार निरन्तर ऊनी गतिविधियों को संचालित करता रहेगा। यह सम्भव है कि विश्वब्यापी कोरोना महामारी के कारण कुछ गतिविधियों को ऑनलाइन संचालित कराया जाएगा।
लखनऊ विश्वविद्यालय की सहायक आचार्य एवम मुस्कुराएगा इंडिया की प्रशिक्षिक माननी श्रीवास्तव ने कहा कि मेरा बचपन से ही एनएसएस से जुड़ाव रहा है। मेरे पिताजी एनएसएस अधिकारी रहे, मैने उनसे बहुत कुछ सीखा। ये समाजसेवा और सच्चे अर्थों में ब्यक्ति को शिक्षा का महत्व समझाने का कार्य करता है।
कार्यक्रम में प्रस्तुत रहे है अन्य स्वयंसेवक
इस मौके पर प्रो प्रतीक अग्रवाल, डॉ पुनीत विसरिया, डॉ सीपी पैन्यूली, डॉ सुशील बाबू, डॉ एसएस सिंह, डॉ मिली भट्ट, डॉ प्रीति निगम, डॉ पुष्पेंद्र कुमार यादव, डॉ पवन कुमार यादव, रामजी यादव, डॉ ओपी चौधरी, डॉ संतोष पांडेय, डॉ पिंकी सिंह, डॉ मनीष निगम एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ अनुपम ब्यास व आभार डॉ श्वेता पांडे ने किया।
रिपोर्ट- मो. तौसीफ़