पीएम ने श्री लंका के राष्ट्रपति का किया स्वागत,आतंकवाद सहित कई मुद्दों पर हुई चर्चा

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श्री लंका के राष्ट्रपति गोतबया राजपक्षे तीन दिवसीय भारत दौरे पर आये है। श्री लंका के राष्ट्रपति का एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी और श्री लंका के राष्ट्रपति राजपक्षे ने कई मुद्दों पर बात की जिसके बाद पीएम मोदी और राजपक्षे ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पीएम मोदी ने कहा की ये हमारे लिए सम्मान की बात है श्री लंका के राष्ट्रपति ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत को चुना। पीएम ने बताया की दोनों के बीच बातचीत सफलतापूर्वक व फलदायक रही। भारत श्री लंका का सबसे करीबी समुद्री पडोशी और मित्र है। दोनों देश की प्रगति और हमारे इस साझा क्षेत्र में शांति,समृद्धि और सुरक्षा के लिए हम राष्ट्रपति राजपक्ष के साथ घनिष्ट रूप से कार्य करने के लिए तत्पर्य है। भारत का सहयोग हमेशा श्री लंका के साथ है।

आतंकवाद से लड़ने में भारत श्रीलंका की करेगा मदद

पीएम ने कहा की भारत ने हमेशा आतंकवाद का विरोध किया है और अंतराष्ट्रीय समुदाय से कार्यवाही की अपेक्षा की है। पीएम ने बताया की किस तरह आतंकवादियों ने श्री लंका में ईस्टर के अवसर पर आतंकी हमले करके लोगों को व सह जीवन की मूलयवान विरासत पर हमले किये है। आतंकवाद व चरमपंथी ताकतों से निपटने के लिए भारत ने श्री लंका को 50 मिलियन डॉलर की एक विशेष लाइन ऑफ़ क्रेडिटी देने की घोषणा की है।प्रधानमंत्री ने कहा की भारत द्वारा श्री लंका में एजुकेशन और इंफ्रास्ट्रक्चर में अनुदान के अंतर्गत 20 कम्युनिटी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स और अन्य पीपल सैंटिक प्रोजेक्ट पर भी चर्चा हुई है।

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इंडियन हाऊसिंग प्रोजेक्ट के अंतर्गत श्रीलंका के उत्तरी व पूर्वी प्रांतो में आंतरिक विस्थापितों के लिए 4600 घर बन चुके है।मुझे इस बात की प्रसन्नता है किब हम श्री में सोलर प्रोजेक्ट के लिए पहले घषित 100 मिलियन क्रेडिट लाइन को जल्दी उपयोग में लेन को सहमत हुए है। साथ ही श्री लंका की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए भारत 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर लाइन क्रेडिट बढ़ाया जाना। वहीँ श्री लंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने कहा की हमारे बीच मछुआरों के मुद्दे पर बात हुई है और मै श्री लंका द्वारा हिरासत में ली गयी भारत की नौकाओं को छोड़ने के लिए कदम उठाएंगे।

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