भारत और चीन में सीमा विवाद को हल करने के लिए बातचीत इस समय प्रतिदिन हो रही है। लेकिन इसके बाद भी तनाव अभी बना हुआ है। भारत चाहता था कि चीन लद्दाख से अपनी सेना को पीछे करें। तीन स्थानों पर ऐसा हुआ भी लेकिन चीन ने अपनी सीमा पर अभी भी 10,000 से ज्यादा सैनिकों को तैनात कर रखा है। जिसे देखते हुए अब भारत ने भी अरुणाचल प्रदेश से लद्दाख तक सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है।
बीते कुछ दिनों में चीन ने जो हरकतें की है। उसे देखते हुए उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। चीन ने तीन बिंदुओं पर भले ही अपनी सेना पीछे कर ली है। लेकिन सीमा के पास अभी भी 10000 से ज्यादा सैनिकों और युद्ध वाहन तैनात है। एक तरफ चीन बातचीत करके मामले को हल करने की बात कह रहा है। वहीं दूसरी तरफ सीमा पर इतनी बड़ी तैयारी करना। इन सब के पीछे चीन की क्या मंशा है कुछ कहा नहीं जा सकता। इसलिए भारत भी अब पूरी तैयारी में है।
खबर के अनुसार उत्तराखंड के फॉरवर्ड सेक्टर में आर्मी की सहायता के लिए वायु सेना को भी सक्रिय कर दिया गया है। इसके अलावा हिमालय में तीन डिवीजन और दो अतिरिक्त ब्रिगेड को भेजा गया है और अरुणाचल प्रदेश में ईस्टर्न सेक्टर में माउंटेन स्ट्राइक कोर को तैनात किया गया है।
भारत की जितनी भी सीमा चीन के साथ लगी हुई है। उन सभी पर सेना को सतर्क कर दिया गया है और जवानों की संख्या भी बढ़ा दी गई है। हालांकि अभी सीमा विवाद को बातचीत के द्वारा हल करने का प्रयास किया जा रहा है। 6 जून और 10 जून व आज दोनों देशों के बीच बातचीत हुई है। लेकिन अभी कोई समाधान नहीं निकला है।