अगर रिवयू पिटिशन दाखिल कर रहा तो इसमें कोई आक्रमण नही-आलम बदी

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बता दे की अयोध्या के राम मंदिर को लेकर सालों से फैसले का इंतज़ार किया जा रहा था। आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवम्बर को इस विवादित स्थल का फैसला सुना दिया है। इस मामले में आज़म बदी ने अपना बयान दिया है। समाजवादी पार्टी से एक लंबे अरसे से रहे आज़मगढ़ के विधायक और अपनी सादगी को लेकर एक अलग पहचान रखने वाले आज़म बदी।

उन्होंने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अपनी खुल कर राय रखी आलम बदी ने रिवयू पिटिशन पर भी अपना स्टैंड साफ करते हुए कहा की आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड अगर रिवयू पिटीशन दाख़िल कर रहा है। तो इसमें कोई हर्ज नही और न ही यह किसी पर कोई आक्रमण जैसा है क्योंकि यह संवैधानिक अधिकार है।

अयोध्या में राम की मूर्ति लगाए जाने को लेकर बनी जांच कमेटी

बता दे की अयोध्या के राम मंदिर को लेकर सालों से फैसले का इंतज़ार किया जा रहा था। आखिरकार सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवम्बर को इस विवादित स्थल का फैसला सुना दिया है जहाँ पर राम मंदिर का निर्माण होना तय हुआ है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने 460 साल पुरानी मस्जिद गिराए जाने को संविधान का उल्लंघन करना कहा है। इससे पहले 30 सितम्बर 2010 को इलाहाबाद की हाईकोर्ट ने इसके तीन हिस्से किये थे। जिसमे एक तिहाई हिस्सा मस्जिद के निर्माण के लिए दिया गया था। इलाहाबाद हाईकोर्ट के इस फैसले को कुछ पक्षो ने मानने से इंकार कर दिया था जिसके पश्चात मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था।

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