डोनाल्ड ट्रंप पहले ही एलान कर चुके हैं कि वह चुनाव के नतीजों से संतुष्ट नहीं हैं और इसे वो को कोर्ट में चुनौती देंगे.
अगर वो ऐसा करने में में कामयाब नहीं हो पाते तो उन पर सार्वजनिक तौर पर हार स्वीकार करने का दवाब बढ़ने लगेगा. लेकिन सवाल है कि हार स्वीकार करना उनके लिए कितना ज़रूरी है?
अमेरिका की राजनैतिक संस्कृत में हुयी ऐसी अन्य घटनायें
अमेरिका की राजनीति में चलन है चुनाव हारे हुए उम्मीदवार, चुनाव जीत कर आए उम्मीदवार को फ़ोन पर बधाई देते हैं और अपनी हार स्वीकारते हैं लेकिन ये अनिवार्य नहीं है।
साल 2018 में गवर्नर पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार Stacey Abrams ने चुनाव में वोटर फ्रॉड और डराने-धमकाने का आरोप लगाया और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार ब्रायन कैंप ने हार स्वीकार नहीं की। और ऐसा पहली बार नहीं हुआ था।
ऐसे करते हैं हार स्वीकार
हालांकि पिछले कई दशकों में राष्ट्रपति चुनाव में ऐसा बहुत कम ही देखने को मिला की हारे हुए प्रत्याशी ने विजेता को बधाई न दी हो या शपथ ग्रहण में जाना स्किप किया हो।
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फ़िलहाल Georgia में क़ानूनी तरीके से चुनाव के नतीजों की घोषणा की जाएगी। ग़ौरतलब है की हिंसा के चलते Georgia में वोटों की गिनती रोक दी गयी है।
कुलमिलाकर सारा लब्बोलुआब यह है कि यदि trump अपनी हार स्वीकार नहीं करते तो न करें यदि वो Biden के शपथ ग्रहण कार्यक्रम नहीं जाना चाहते तो न जाएँ कोई जबरजस्ती नहीं है।
बाइडन की टीम ज़िम्मेदारी लेने की शुरुआत कर सके इसके लिए उन्हें अपने प्रशासन को इजाज़त देनी होगी. ट्रंप के अधिकारियों के अनुसार वो पहले ही ये काम कर चुके हैं.