आज सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने कोयला खदानों के लिए सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम वेब पोर्टल का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी भी मौजूद रहे।
Launch of 'Single Window Clearance System' for coal mines. https://t.co/7HwBP4Djgh
— Amit Shah (@AmitShah) January 11, 2021
पोर्टल का उद्घाटन करने के बाद गृहमंत्री ने कहा कि कोयला क्षेत्र को दूर से देखने पर भाव खड़ा होता था कि देश की अर्थव्यवस्था को जितना योगदान देने की क्षमता कोयला क्षेत्र की है उसका एक तिहाई भी योगदान नहीं मिल रहा है। बहुत सारी रूकावटें थीं लेकिन जब से मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनी तब से नीतिगत परिवर्तन आने शुरू हुए।
1. 2014 के कोयला क्षेत्र को हम देखते है तो उसमे पारदर्शिता का अभाव था। करप्शन के आरोप लगे थे। SC संज्ञान लेती थी और कहीं पर भी सरलता और सहजता नहीं दिखती थी।
2. जबसे पीएम मोदी की सरकार बनी और प्रह्लाद जी मंत्री बने तब से कोयला क्षेत्र में काफी सुधर हुआ।
3. 5 ट्रिलियन के इकोनॉमी के हमारे लक्ष्य में सबसे बड़ा योगदान कोयला क्षेत्र का होगा।
4. इस प्रक्रिया के आज पूरा होने से राज्यों के विकास के लिए उनको लगभग 6500 करोड़ रूपए राज्यों को मिलेगा।
5. 70000 से ज्यादा नौकरियां उपलब्ध होंगी और 8 से 10 हजार करोड़ रूपए का निवेश इसमें आएगा।
6. कोयला के PSU प्लान में अगले दशक में ढाई लाख करोड़ का निवेश होने जा रहा है। प्रिवेट क्षेत्र के निवेश को मिलकर 4 हजार करोड़ का निवेश होगा।
7. प्रधानमंत्री ने लक्ष्य रखा है कि 2022 जब आज़ादी के 75 वर्ष पूर्ण हो तो हर क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर हो।
8. भारत में मृत्यु दर भी अन्य देशों के मुकाबले बहुत कम है और अब जल्द ही वैक्सीन लगना शुरू होने वाला है।
9. पिछले वर्ष 2020 पूरी दुनिया के लिए चुनौती पूर्ण था। बड़े-बड़े देश जो नेतृत्व करते थे वो भी कोरोना की वजह से परेशान हो गए। लेकिन भारत में पीएम मोदी के नेतृत्व में देश की जनता ने लड़ाई लड़ी और भारत में अन्य देशों के मुकाबले काफी रिकवर किया।