26 जनवरी यानी हमारे देश का गणतंत्र दिवस यानी एक ऐसा दिन जब हमारे महान भारत देश का संविधान लागू हुआ था ,इस अवसर को मनाने के लिए जहाँ पूरे देश भर में तैयारियां चल रहीं हैं वहीँ दूसरी तरफ इसी की आड़ में कुछ आतंकी संगठन हमेशा की तरह हमारे देश के इस ख़ास अवसर में खलल डालने की फ़िराक में थे जिसके लिए वह एक बड़े हमले की साजिश भी रच चुके थे , लेकिन हमारे देश की सुरक्षा एजेंसी ने एक बार फिर से इन आतंकियों की साजिश को नाकाम कर दिया। जानिये हमारी इस रिपोर्ट में
नाकाम हुई आतंकियों की साजिश
वो दिन कौन भूला होगा जब हमारे देश में पिछले साल कुछ आतंकी संगठनों की साजिश के चलते सीआरपीएफ के काफिले पर कार बम से एक बड़ा हमला किया गया था, जिसमें हमारे करीब 40 जवान इस देश के लिए अपने प्राणों को निरक्षावर कर शहीद हो गए थे। लेकिन इसके बाद ही हमारे देश भारत ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया और एयर स्ट्राइक की जिसमे करीब 300 आतंकियों को मार गिराया गया।
फिर से रची जा रही थी बड़ी साज़िश
इनपुट के मुताबिक, आतंकी ‘नवीद बाबू’ हिजबुल मुजाहिद्दिन से जुड़े अपने साथियों तक विस्फोटक पहुंचाने वाला था। जिसके जरिए उसके ग्रुप ने 26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह से पहले एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की योजना बनाकर, हिजबुल के ये आतंकी जडूरा में आतंकी हमला करने की फिराक में थे और पुलवामा के पास नीवा-पखेरपोरा सड़क पर आईईडी बिछाने की योजना थी। जिससे की एक बड़ा हमला होता जिसमे काफी जान माल का नुक्सान हो जाता। नवीद बाबू को आतंकियों की भर्ती करने वाला मास्टर बताया जा रहा है और वह आईईडी का एक्सपर्ट है।
सुरक्षा एजेंसी ने की हमले की साजिश नाकाम
आतंकी 26 जनवरी को होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह से पहले एक बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। आपको बता दें की जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बीते गुरुवार को ( DSP ) दविंदर सिंह को राष्ट्रीय राजमार्ग पर मीर बाजार में अन्य तीन के साथ गिरफ्तार किया था जिसके चलते ( DSP ) दविंदर सिंह को सोमवार को ही निलंबित कर दिया गया है। उस पर आरोप है कि उसने तीन आतंकवादियों को बादामी बाग छावनी इलाके में सेना की 16वीं कोर के मुख्यालय के पास अपने आवास पर आश्रय दिया था और आतंकियों को भगाने की फिराक में था। देवेंद्र सिंह के साथ ही उन आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है।