हाथरस मामले को लेकर भले ही योगी सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर बनी हुई है। लेकिन साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का योगी सरकार को समर्थन मिला है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने इस प्रकरण में सरकार की ओर से अब तक की गई कार्रवाई को सही ठहराया है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने हाथरस में बेटी के साथ हुई दरिंदगी की घटना पर दुख जताते हुए पीड़ित परिजनों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। लेकिन साथ ही उन्होंने इस मामले को लेकर हो रही राजनीति को भी गलत करार दिया है। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि पहली बार सूबे का मुखिया एक संत बने हैं। योगी आदित्यनाथ अच्छे शासक के तौर पर शासन भी चला रहे हैं।
सीएम को जानकर किया जा रहा बदनाम
लेकिन कुछ अराजक तत्व उन्हें जानबूझकर बदनाम करने के लिए साजिश रच रहे हैं। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि हाथरस की घटना को लेकर जातीय हिंसा फैलाने की साजिश का पर्दाफाश भी हो चुका है। उन्होंने कहा है कि राजनीतिक दलों में पक्ष और विपक्ष के बीच लड़ाई होना जरुरी है, अगर लड़ाई नहीं होगी तो लोग इसका गलत फायदा उठा सकते हैं। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि अपराधियों की कोई जाति और धर्म नहीं होता है, इसलिये अपराधियों को दंड मिलना ही चाहिए।
हाथरस मामले में हो रही राजनीति को लेकर महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि जनता सब जानती है और हाथरस कांड के जो भी षडयन्त्रकारी हैं उनका भी जल्द पर्दाफाश हो जायेगा। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि 2022 में एक बार फिर से यूपी में योगी आदित्यनाथ ही सीएम बनने जा रहे हैं, इसी बौखलाहट में विपक्ष के नेता साजिशन सीएम को बदनाम करने के लिए तरह तरह से षडयंत्र कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश की नौकरशाही से भी अपील की है कि सीएम योगी के खिलाफ हो रही साजिशों का पर्दाफाश करते हुए उनकी नीतियों को लोगों तक पहुंचाने का काम करें।