सरकारी नौकरी पाने के बाद लोगों का रुतबा काफी बढ़ जाता है और काम भी ऐसे की लोगो को अक्सर ही उनके पास जाना पड़ सकता है। जब ऐसे पदों पर कोई ऐसा बैठ जाए जिसे लोगो से बात करने की तमीज़ न हो तो आम लोगो को परेशनी झेलनी पड़ सकती है।
ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश जनपद मुरादाबाद के ब्लॉक डिलारी क्षेत्र के ग्राम चांदखेड़ी का है। शकील अपने नए राशन कार्ड और पुराने राशन कार्ड को ऑनलाइन करा कर सचिव नितिन कुमार के पास मोहर लगवाकर परिवार के कागजों को सत्यापन कराने के लिए गया था। जिसमें सचिव नितिन कुमार ने घंटों बिठाकर उससे पैसों की मांग की जब शकील ने पैसे देने से इनकार किया तब सचिव नितिन कुमार अपना आपा खो बैठे।
पीड़ित ने बताया कि ग्राम प्रधान की मौजूदगी में उसके दिए हुए ऑनलाइन फार्म को फाड़कर उसके मुंह पर फेंक दिया। अब देखना यह है कि ऐसे दबंग अधिकारियों के ऊपर शासन प्रशासन कोई कार्यवाही करता हैं या नहीं या इसी तरह से गरीब जनता अपने कार्य के लिए परेशान होती रहेगी या फिर पैसे ही देकर काम होगा।
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वही पीड़ित ने एक शिकायती पत्र सहायक विकास अधिकारी चंद्रपाल सिंह को दिया। सहायक विकास अधिकारी चंद्रपाल सिंह ने बताया कि पीड़ित का शिकायती प्रार्थना पत्र मिल गया है। इस से संबंधित उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी जाएगी यदि सचिव दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।