सद्भावना समन्वय समिति अध्यक्ष ने आयोजित की प्रेस कॉन्फ्रेंस

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अयोध्या की राम जन्मभूमि मसले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद अयोध्या सद्भावना समन्वय समिति के अध्यक्ष पंडित अमरनाथ मिश्रा द्वारा एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इस प्रेस कांफ्रेंस को लखनऊ में आयोजित किया गया। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने मीडिया का धन्यवाद अदा किया और कहा कि लोकतंत्र में मीडिया की भूमिका बहुत अहम रही है। मीडिया की वजह से ही अयोध्या का फैसला हिंदू और मुस्लिम दोनों के पक्ष में सही आया है।

पंडित अमरनाथ मिश्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अयोध्या की विवादित ज़मीन पर राम मंदिर का निर्माण करवाने के लिए कहा है। साथ ही कहा कि यदि निर्मोही अखाड़ा इस मामले में पुनर्विचार याचिका दायर करता है तो उनको समाज से बहिष्कृत कर देना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आधुनिक भारत का तुलसीदास भी कहा।

अयोध्या सद्भावना समन्वय समिति के अध्यक्ष पंडित अमरनाथ मिश्रा ने पूरी दुनिया के राम भक्तों की तरफ से आग्रह करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि राम के जन्म स्थान पर अपने कर कमलों द्वारा मंदिर के निर्माण का शुभारंभ करवाएं। इसके आगे उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो वैकल्पिक जमीन मुस्लिम समाज को दिया है उस पर बनने वाली मस्जिद का नाम मस्जिद इमाम रखा जाए क्युकि मुस्लिम भगवान राम को इमाम ए हिंद मानते हैं। अयोध्या राम की नगरी है अतः मस्जिद का नाम मस्जिद इमाम ही रखा जाए।

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पंडित अमरनाथ मिश्रा ने प्रेस कांफ्रेंस में आगे कहा कि यदि मस्जिद के लिए मिलने वाली 5 एकड़ जमीन को मुस्लिम लेने से इंकार करता है तो उसपर विद्यालय, अस्पताल या कम्युनिटी सेंटर का निर्माण कराया जाए। इस दौरान उन्होंने मीडिया को सम्मानित किया और उनकी आरती भी उतारी साथ ही उन्हें अंग वस्त्र भी दान में दिया।

आवाज़ ए उत्तर प्रदेश के संवाददाता शशांक श्रीवास्तव से बात करते हुए अमरनाथ मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आग्रह पत्र भेज दिया गया है जिसमे भूमि पूजन नरेंद्र मोदी से करवाने की बात कही गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि सप्रीम कोर्ट ने मुस्लिमो की आस्था को देखकर ही फैसला किया है और असदुद्दीन अवैसी खैरात देने के लायक तक नही है।

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