दुनियाभर में इस समय cryptocurrency का चलन बढ़ता जा रहा है। लेकिन कुछ देश इसे लेकर उलझन में है। इस बीच कुछ दिन पहले चीन ने क्रिप्टो करेंसी (cryptocurrency) को पूरी तरह से बैन कर दिया और उसका असर क्रिप्टो करेंसीस पर बहुत पड़ा। अब भारत में cryptocurrency का क्या हाल होने वाला है ये जानते है।
क्रिप्टो करेंसी का हालत
इस समय बहुत से लोग क्रिप्टो कर्रेंसीस के बारे में जानते हैं। लेकिन बहुत लोगों के मन में एक ही सवाल उठ रहा है। क्या चीन की तरह भारत में भी क्रिप्टो कर्रेंसीस को रद्द कर दिया जाएगा? क्या भारत के लोग क्रिप्टो ट्रेडिंग में भाग नहीं ले पाएंगे? अब तक लोग क्रिप्टो करेंसीज में निवेश करके करके बहुत फायदे पा रहे हैं? अब अगर उन पर प्रतिबंध रखा गया तो क्या होगा निवेशकों का स्थिति? क्रिप्टो करेंसी से नुक्सान जितने हैं, उनसे ज़्यादा लाभ होते हैं। इसी विषय को लेकर बात करते हुए कैसीनो बोनसेस फाइंडर के प्रोडक्ट ओनर Tony Sloterman भी क्रिप्टो करेंसी का समर्थन कर रहे हैं। बहुत से सेक्टरों में क्रिप्टो करेंसी का उपयोग किया जा रहा है और कई बड़ी वेबसाइट्स जैसे https://india-bonusesfinder.com/free-spins/ भी इसके प्रयोग के बारे में सोच रहे हैं।
क्रिप्टो करेंसी के बारे में समाचार को फॉलो करते हुए लोगों को यह बात अच्छी तरह से पता होगा की चीन में पूरी तरह से क्रिप्टो करेंसी को बान कर दिया गया है। चीन में क्रिप्टो कोर्रेंसी का निषेध होना यह पहली बार नहीं है। इससे पहले 2013 में और 2017 में भी इस तरह के प्रतिबंध संबंधित नियम अमल किए गए थे। लेकिन इस साल का निषेध बहुत बड़ी माना गया है। क्रिप्टो पेमेंट्स स्वीकार करने वाले बैंकों और कंपनियों से ऐसा करना मना किया गया है। इसका प्रभाव बिटकॉइन, ईथर जैसे बहुत क्रिप्टो करेंसीस पर बहुत भारी पड़ा। बहुत से लोग क्रिप्टो कर्रेंसीस को भेजना शुरू कर दिया और इसके वजह से ज्यादा तक क्रिप्टो करेंसीस के दाम गिर गए।
क्या क्रिप्टो करेंसी को रद्द कर दिया जाएगा?
भारत में 70 लाख से ज्यादा लोग एक बिलियन डॉलर्स निवेश कर चुके हैं। इससे भारत में लोगों के उन निवेश को सुरक्षित रखने में भारतीय सर्कार बहुत मेहनत कर रही है। भारत में सर्कार क्रिप्टो करेंसी को रद्द करने के बारे में बातचीत कई सालों से हो रही है। 2019 में भारत सर्कार का एक कमिटी ने क्रिप्टो करेंसी पर निषेध रख कर जो लोग इनका उपयोग करते हैं, उन्हें 10 साल का जेल और भारी जर्माना देने का सुझाव दिया। लेकिन 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय बैंकों में क्रिप्टो करेंसी को ट्रेडर्स और एक्सचैंजेस से स्वीकार करने की अनुमति दी।
जो अब तक बहुत पैसे क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर चुके हैं, उनके लिए एक अच्छी वार्ता यह है की क्रिप्टो करेंसी में निवेश करना गैरकानूनी नहीं है, मगर आने वाले दिनों में क्रिप्टो करेंसी को नियमित किया जाएगा। मतलब जब कोई बिटकॉइन जैसे क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने के लिए भारत सर्कार द्वारा रखे गए कानूनों के अनुसार करना होगा।
हालांकि भारत सर्कार क्रिप्टो करेंसी के विषय पर बहुत मेहनत कर रहा है, उसे हमारे अपने देश का डिजिटल करेंसी के विषय पर भी ध्यान देना होगा। आजकल बहुत से देशों में टेक्नोलॉजी में बदलाव हो रही है और इस प्रतियोगिता में हमारे देश के विकास के लिए क्रिप्टो कर्रेंसी का निषेध एक अच्छा योजना नहीं है।
हमारे देश से बहुत लोग बिटकॉइन जैसे प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर चुके हैं, इस बात को ध्यान में रखते हुए हम यह बात बड़ी विश्वास के साथ कह सकते हैं की क्रिप्टो करेंसी पर निषेध नहीं होगी। परन्तु क्रिप्टो करेंसी एक डीसेंट्रलाइज्ड (विकेन्द्रीकृत) करेंसी है, इसका मतलब क्रिप्टो करेंसी देश का सर्कार का हक़ नहीं होता है। इसी कारण कई देशों में क्रिप्टो करेंसी को रद्द कर दिया गया। इन देशों की तरह अगर भारत भी सोचने लगी तो क्रिप्टो करेंसी पर रखे गए नियमों में बहुत भारी बदलाव आ सकते हैं। लेकिन अगर ऐसा होगा तो निवेश किए गए निवेशकों को अपने पैसे विथड्रॉ करने के लिए टाइम दिया जा सकता है।
क्या होगा क्रिप्टो करेंसी में आने वाले बदलावों का प्रभाव
उपरिनिर्दिष्ट बातों को मन में रखते हुए हम यह बात समझ सकते हैं की भारत में नज़दीक भविष्य में क्रिप्टो करेंसी पर प्रतिबंध नहीं होगी। अगर कुछ बदलाव आएंगे भी तो वे बदलाव निवेशकों को दृष्टी में रख कर किया जाएंगे। यह सब बातें से हमें पता चलता है की क्रिप्टो करेंसी में बदलाव आने पर या उन्हें नियमित करने पर भी निवेशकों को किसी तरह का नुक्सान नहीं होगा।