Former President Pranab Mukherjee: की रिपोर्ट 10 अगस्त को कोरोना पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद उन्हें दिल्ली के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पर जांच में पता चला कि उनके मस्तिष्क में एक थक्का है। जिसे सर्जरी कर हटाया गया।
इसके बाद प्रणब मुखर्जी की हालत में कुछ सुधार हुआ था। जिसकी जानकारी खुद रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल ने दी थी। लेकिन बीते 3 दिनों से उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है और वह इस समय वेंटिलेटर सपोर्ट पर है।
मीडिया पर नाराज हुए प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत
दरअसल 10 अगस्त को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके 2 दिन बाद ही एक बड़े चैनल के वरिष्ठ पत्रकार ने ट्वीट कर कहा की ‘पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अब हमारे बीच नहीं रहे।’ इसके बाद सोशल मीडिया पर अफवाह फैल गई। हालांकि बाद में उस पत्रकार ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था।
इसी पर प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने नाराजगी जाहिर की, उन्होंने कहा कि मेरे पिता अभी जिंदा है। कई वरिष्ठ पत्रकारों के सोशल मीडिया पर गलत खबरें फैलाने से स्पष्ट हो गया है कि भारत में मीडिया फर्जी खबरों की एक फैक्ट्री बन गई है। सुर्खियों में रहने के लिए जानबूझकर फर्जी खबरों का धंधा करने लगते हैं।