आज सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश किया। इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर और वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की और बजट पेश करने की अनुमति ली।
वित्त मंत्री ने कहा किजब मैंने बजट 2020-21 पेश किया था तो ये नहीं सोचा था कि विश अर्थव्यवथा अभूतपूर्व संकुचन में चली जाएगी। हमने ये कल्पना भी नहीं की थी कि लोगों को अपने प्रियजनों से बिछड़ना पड़ेगा। लॉकडाउन नहीं लगाने का जोखिम बहुत बड़ा था।
संसद में बजट पेश होने से पहले क्या बोले केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री
पीएम ने 2। 76 लाख करोड़ रूपए मूल्य की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना घोषित की। जिससे 800 मिलियन लोगों के लिए खाद्यान्न उपलब्ध कराया। 80 मिलियन परिवारों को कई महीनों की खाने की गैस उपलब्ध कराई और 400 मिलियन से अधिक किसानों, महिलाओं, वृद्धजनों, गरीबों के लिए सीधे नागत राशि भी उपलब्ध कराई।
सरकार ने सबसे संवेदनशील वर्गों को सहारा देने के लिए, पीएमजीकेवाई, तीन आत्मनिर्भर पैकेज और बाद में की गईं घोषणाएं अपने आप में पांच मिनी बजट के समान थीं। आत्मनिर्भर पैकेजों ने ढांचागत सुधारों की हमारी गति को बढ़ाया।
केंद्र की एक नई योजना प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना लॉन्च की जाएगी, इस योजना पर 6 वर्षों में क़रीब 64,180 करोड़ खर्च होगा।
2021-22 का बजट 6 स्तंभों पर टिका है। पहला स्तंभ है स्वास्थ्य और कल्याण, दूसरा-भौतिक और वित्तीय पूंजी और अवसंरचना,तीसरा-अकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास, मानव पूंजी में नवजीवन का संचार करना,पांचवा-नवाचार और अनुसंधान और विकास, छठा स्तंभ-न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन।
आगे वित्त मंत्री ने कहा केंद्र की एक नई योजना प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना लॉन्च की जाएगी, इस योजना पर 6 वर्षों में क़रीब 64,180 करोड़ खर्च होगा।
जल जीवन मिशन लॉन्च किया जाएगा, इसका उद्देश्य 4,378 शहरी स्थानीय निकायों में 2.86 करोड़ घरेलू नल कनेक्शनों को सर्वसुलभ जल आपूर्ति व्यवस्था करना है।
भारत में बनी न्यूमोकोकल वैक्सीन अभी सिर्फ 5 राज्यों तक सीमित है, इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। इससे वर्ष में 50,000 से ज़्यादा बच्चों की मौत को रोका जा सकेगा।