उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री तथा बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (BSP Leader Mayawati) ने दिल्ली हिंसा को लेकर वहां के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) को सलाह दी है। राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) तथा भारतीय राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के खिलाफ पिछले 4 दिनों से लगातार हिंसा हो रही है जिसे लेकर मायावती ने राजनितिक दलों पर गन्दी राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा की केंद्र सरकार को दिल्ली पुलिस को आज़ादी से इस मामले में कार्य करने देना चाहिए।
CAA Protest : दिल्ली हिंसा को लेकर मायावती ने की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग
बसपा सुप्रीमों मायावती ने कहा है कि “दिल्ली की हिंसा पर राजनीतिक दल गंदी राजनीति खेल रहे हैं। केंद्र सरकार को किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप के बिना पुलिस और सिस्टम को स्वतंत्र रूप से काम करने देना चाहिए। दिल्ली के मुख्यमंत्री को अन्य राज्यों में राजनीति करने के बजाय स्थिति को सामान्य बनाने में प्रमुख भूमिका निभानी चाहिए”। जानकारी के लिए बता दें कि सीएए व एनआरसी को लेकर दिल्ली में हो रही हिंसा में अबतक कुल 34 लोगों की मृत्यु हो गई है।
BSP Chief, Mayawati: In guise of #DelhiViolence, political parties are playing dirty politics. Centre should let police&system work freely, without any kind of interference. Delhi CM should play a major role in normalising the situation instead of doing politics in other states. pic.twitter.com/r5yd9pj56M
— ANI UP (@ANINewsUP) February 27, 2020
बसपा सुप्रीमों मायावती ने आगे कहा कि आज दिल्ली में है जो कुछ भी देख रहे हैं वह एक लम्बे आरसे के बाद 1984 के सिख दंगों की पुनरावृत्ति हो रही है। हम लोगों को इस तुच्छ राजनीति से ऊपर उठने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अब दंगा करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करना चाहिए और सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में दिल्ली हिंसा की जांच होनी चाहिए। इससे पहले भी बुधवार को मायावती ने ट्वीट करके दिल्ली के कुछ क्षेत्रों में हो रही हिंसा, उपद्रव व आगजनी की घटनाओं को बेहद दुखद और निंदनीय बताया था तथा केंद्र एवं दिल्ली सरकार से लापरवाह व दोषियों के खिलाफ उच्चस्तरीय जांच करवा कर सख्त से सख्त कार्यवाही करने की मांग किया था।