फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स की ग्रे लिस्ट में शामिल पाकिस्तान अब उससे बाहर निकलना चाहता है। जिसके लिए उसने कई आतंकी संगठनों पर कार्यवाही की है। पाकिस्तान सरकार ने लश्कर-ए-तैयबा,जैश-ए-महम्मद जैसे कई बड़े छोटे आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है।
बता दें पाकिस्तान को एफएटीएफ ने 2018 में ग्रे लिस्ट में डाला था। क्योंकि पाकिस्तान पर मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकियों की फंडिंग करने का आरोप लगा है। एफएटीएफ ने आतंकियों पर कार्यवाही करने के लिए पाक को काफी समय दिया। लेकिन उसने आतंकियों पर कोई कार्यवाही नहीं की।
जिसके बाद अक्टूबर में एफएटीएफ की अहम बैठक हुई। इस बैठक के बाद पाकिस्तान को डेढ़ सौ प्रश्न पूछे गए और इनका जवाब देने के लिए उसे लगभग 3 महीने का समय दिया गया। इसके बाद भी पाकिस्तान में आतंकियों के ऊपर कोई एक्शन नहीं लिया।
अब एफएटीएफ पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट करने ही वाला था लेकिन पाकिस्तान के सदाबहार दोस्त चीन, तुर्की और मलेशिया ने बैठक में पाकिस्तान का समर्थन किया। जिसके बाद उसे ग्रेलिस्ट में ही रखने का फैसला किया गया था। अब जब पाकिस्तान के पास कोई रास्ता नहीं बचा है तब वह मजबूरन आतंकी संगठनों पर कार्यवाही कर रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तान सरकार ने हाफिज सईद, मसूद अजहर, दाऊद इब्राहिम के ऊपर भी एक्शन लिया है। अब यह विदेश की यात्रा नहीं कर सकते हैं और ना ही अपने बैंक अकाउंट का उपयोग कर पाएंगे।